द वॉल्ट डिज़्नी कंपनी ने हांगकांग की ज्वेलरी कंपनी रेड अर्थ ग्रुप के खिलाफ ट्रेडमार्क उल्लंघन को लेकर मुकदमा दायर किया है। डिज़्नी का आरोप है कि रेड अर्थ ग्रुप ने अपनी ज्वेलरी प्रोडक्ट्स में मिकी माउस की छवि का अनधिकृत रूप से उपयोग किया है, जो कि डिज़्नी के बौद्धिक संपदा अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।
डिज़्नी ने इस मामले में कोर्ट से स्थायी निषेधाज्ञा (court injunction) और आर्थिक हर्जाना (damages) की मांग की है। कंपनी का कहना है कि मिकी माउस उसकी सबसे प्रतिष्ठित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचानी जाने वाली पात्रों में से एक है, और उसका बिना अनुमति इस्तेमाल उपभोक्ताओं को भ्रमित कर सकता है तथा ब्रांड की छवि को नुकसान पहुँचा सकता है।
डिज़्नी का यह कदम यह दर्शाता है कि कंपनी अपने ट्रेडमार्क और कॉपीराइट की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है और विश्व स्तर पर इसका उल्लंघन रोकने के लिए हरसंभव कानूनी कार्रवाई करने के लिए तैयार है।
वहीं, रेड अर्थ ग्रुप की ओर से इस कानूनी कार्रवाई पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
यह मामला बौद्धिक संपदा अधिकारों और ग्लोबल ब्रांड प्रोटेक्शन के लिहाज़ से अहम माना जा रहा है, खासकर तब जब दुनिया भर में नकली और नकल किए गए उत्पादों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है।