कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गुरदासपुर से सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पंजाब में लक्षित हत्याओं, रंगदारी, और अंतरराष्ट्रीय गैंगस्टर गतिविधियों में बढ़ोतरी को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने तुरंत एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाने की मांग की है, जिसमें IB, R&AW, NIA, BSF, पंजाब पुलिस और पंजाब गृह विभाग के अधिकारी शामिल हों, ताकि राज्य के लिए एक संगठित और प्रभावी राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति तैयार की जा सके।
यह पत्र उस समय आया है जब रंधावा ने इसी विषय पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को भी पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने पंजाब की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर गंभीर चिंता जताई थी।
अपने पत्र में रंधावा ने कहा कि वर्ष 2025 में पंजाब में लक्षित हत्याओं, हत्या के प्रयासों, रंगदारी से जुड़ी वारदातों, गैंगवार और ग्रेनेड जैसे हमलों में बेहद चिंताजनक वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि यह हिंसा छिटपुट नहीं, बल्कि संगठित, समन्वित और साहसिक होती जा रही है।
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उन्होंने हाल की एक घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि जहां स्थानीय लोगों और सुरक्षा विशेषज्ञों ने स्पष्ट रूप से उसे ग्रेनेड हमला बताया, वहीं पंजाब पुलिस ने इसे नकार दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि इस तरह की वास्तविकता से इनकार करना खुद एक "थ्रेट मल्टीप्लायर" बन रहा है। रंधावा ने कहा, “पंजाब सरकार आज कुंभकर्णी नींद में सो रही है।”
उन्होंने कहा कि कई ईमानदार अधिकारियों के बावजूद पंजाब पुलिस मौजूदा चुनौतियों से निपटने में सक्षम या इच्छुक नहीं दिख रही है। BSF, जिसका अधिकार क्षेत्र अब सीमा से 50 किलोमीटर भीतर तक बढ़ाया गया है, सीमापार से आ रहे हथियारों, ड्रोन, नशीले पदार्थों और पैसे के प्रवाह को रोकने में सफल नहीं हो पाई है।
रंधावा ने चेतावनी दी कि अंतरराष्ट्रीय ताकतें सक्रिय हैं और पंजाब का सीमावर्ती इलाका पहले भी युद्ध और आतंकवाद की मार झेल चुका है। उन्होंने कहा कि इस इतिहास को दोहराने नहीं दिया जा सकता।
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