एक प्रमुख इजरायली रक्षा कंपनी ने घोषणा की है कि वह अगले वर्ष की शुरुआत से भारत को 40,000 लाइट मशीन गन (LMGs) की पहली खेप सप्लाई करेगी। यह सप्लाई पिछले वर्ष साइन हुए कॉन्ट्रैक्ट के तहत की जाएगी। कंपनी के CEO शुकी श्वार्ट्ज ने बताया कि सभी आवश्यक परीक्षण, ट्रायल और सरकारी मंजूरियाँ पूरी हो चुकी हैं और उत्पादन के लिए लाइसेंस मिल चुका है।
श्वार्ट्ज के अनुसार, LMGs की सप्लाई पांच वर्षों में पूरी की जाएगी, हालांकि कंपनी चाहें तो इसे तेज गति से भी पूरा कर सकती है।
उन्होंने बताया कि दूसरा प्रमुख कार्यक्रम क्लोज क्वार्टर बैटल (CQB) कार्बाइन का है, जिसमें भारतीय कंपनी भारत फोर्ज मुख्य बोलीदाता है। इजरायली कंपनी ने उम्मीद जताई कि वह कुल कॉन्ट्रैक्ट का 40% हिस्सा सप्लाई करेगी। लगभग 1,70,000 नई कार्बाइनों की सप्लाई PLR सिस्टम्स द्वारा की जाएगी, जो अडानी समूह की सहायक कंपनी है।
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इसके अलावा, कंपनी भारत के साथ ‘Arbel’ तकनीक को शामिल करने पर भी बातचीत कर रही है। यह एक कंप्यूटरीकृत हथियार प्रणाली है जो जटिल एल्गोरिदम का उपयोग कर उच्च सटीकता के साथ लक्ष्य भेदने में सक्षम है। श्वार्ट्ज ने कहा कि इस तकनीक को भारत में भी को-प्रोडक्शन के माध्यम से लाया जाएगा, जिसमें PLR सिस्टम्स महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
उन्होंने कहा कि IWI लंबे समय से ‘मेक इन इंडिया’ अभियान का समर्थन कर रहा है और भारतीय बाजार में स्थानीय उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सहयोग के तहत कंपनी भारत के गृह मंत्रालय और उसकी विभिन्न एजेंसियों के साथ पिस्टल, राइफल, और LMGs सहित कई हथियारों की सप्लाई पर काम कर रही है। कंपनी का दावा है कि सालाना “10 हजार” हथियार सप्लाई किए जा सकते हैं।
यूरोपीय देशों द्वारा कुछ उपकरणों की सप्लाई पर हालिया प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया देते हुए श्वार्ट्ज ने कहा कि इससे इजरायल की आत्मनिर्भरता बढ़ाने की आवश्यकता स्पष्ट होती है, और IWI अपनी वैश्विक सप्लाई चेन को मजबूत कर रहा है।
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