केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने शनिवार (6 दिसंबर 2025) को कांग्रेस विधायक राहुल मामकूटथिल की गिरफ्तारी में देरी को लेकर उठ रहे आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट द्वारा गिरफ्तारी पर लगाई गई अंतरिम रोक पूरी तरह “सामान्य न्यायिक प्रक्रिया” का हिस्सा है और इसमें कोई असामान्यता नहीं है।
वोट वाइब–2025 कार्यक्रम, जो त्रिशूर क्लब द्वारा आयोजित किया गया था, में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जब किसी आरोपी की जमानत याचिका अदालत में लंबित रहती है, तो केरल में यह सामान्य प्रथा है कि गिरफ्तारी से पहले अदालत के फैसले का इंतज़ार किया जाता है। उन्होंने इसे न्यायिक परंपरा का एक सामान्य और स्वाभाविक हिस्सा बताया।
सीएम विजयन ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को राहुल मामकूटथिल की लोकेशन और सभी गतिविधियों की पूरी जानकारी है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस विधायक को राजनीतिक संरक्षण प्रदान किया गया है, इसलिए पुलिस को अनावश्यक रूप से दोषी ठहराना उचित नहीं है।
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उन्होंने साफ किया कि राज्य पुलिस ने किसी भी प्रकार की लापरवाही या राजनीतिक दबाव में काम नहीं किया। मुख्यमंत्री ने कहा, “पुलिस अपने दायित्वों का पालन कर रही है और कानूनी प्रक्रिया के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
इस मामले ने केरल की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है, जहां विपक्ष सरकार पर आरोप लगा रहा है कि वह विधायकों के खिलाफ कार्रवाई रोकने के लिए पुलिस पर दबाव डाल रही है। हालांकि मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार का किसी भी तरह की गिरफ्तारी में हस्तक्षेप करने का कोई इरादा नहीं है और पूरा मामला अदालत की प्रक्रिया के अधीन है।
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