उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान में पुलिस वाहन पर आईईडी हमले में तीन पुलिसकर्मियों की मौत
डेरा इस्माइल खान में आईईडी विस्फोट से तीन पुलिसकर्मियों की मौत हुई। खैबर पख्तूनख्वा में हाल के महीनों में आतंकवादी हमलों में बढ़ोतरी हुई है, जिनके लिए टीटीपी को जिम्मेदार माना जा रहा है।
उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बुधवार (3 दिसंबर 2025) को एक पुलिस वाहन को निशाना बनाकर किए गए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। घटना डेरा इस्माइल खान जिले के पनियाला इलाके में हुई, जो दक्षिण वज़ीरिस्तान की सीमा से लगा हुआ है।
इस हमले में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (ASI) गुल आलम, कांस्टेबल रफ़ीक और मोबाइल वैन चालक सखी जान ने अपनी जान गंवाई। विस्फोट के तुरंत बाद पनियाला डीएसपी, एसएचओ और अन्य जिला पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए।
डेरा इस्माइल खान के डीपीओ सज्जाद अहमद सज्जाद के बयान के अनुसार यह हमला “अज्ञात आतंकवादियों” द्वारा किया गया। उन्होंने मीडिया से कहा कि यह एक “कायराना हमला” है और दोषियों को जल्द पकड़ा जाएगा।
और पढ़ें: कोलकाता हाईकोर्ट ने 32,000 प्राइमरी शिक्षकों की नियुक्ति रद्द करने का आदेश रद्द किया
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री मोहम्मद सोहेल अफरीदी ने इस घातक बम धमाके की कड़ी निंदा की है और कहा कि ऐसे हमले कानून व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिश है।
पिछले कुछ महीनों में खैबर पख्तूनख्वा में पुलिस और सुरक्षा बलों पर हमलों में तेज़ बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तान लगातार आतंकवादी घटनाओं से जूझ रहा है, खासकर खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान में।
यह उछाल नवंबर 2022 में तब शुरू हुआ जब प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने सरकार के साथ अपनी युद्धविराम संधि समाप्त कर दी। इसके बाद से सुरक्षा बलों को निशाना बनाने वाली घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
सरकारी एजेंसियों का कहना है कि आतंकवादी तत्व सीमावर्ती इलाकों में सक्रिय हैं और इन क्षेत्रों में सुरक्षा अभियान लगातार जारी हैं। अधिकारी इस हमले को क्षेत्र में सुरक्षा चुनौतियों का एक और उदाहरण मान रहे हैं।
और पढ़ें: बलात्कार मामले में केरल के विधायक राहुल ममकूटाथिल की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई 4 दिसंबर को