फ्रांस के विदेश मंत्री स्टेफ़न सेजुर्न (Stéphane Séjourné) ने सोमवार को ग़ाज़ा पट्टी में विदेशी पत्रकारों को स्वतंत्र रूप से रिपोर्टिंग की अनुमति देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वहां की ज़मीनी सच्चाई को दुनिया के सामने लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रेस की मौजूदगी बेहद ज़रूरी है।
एक आधिकारिक बयान में सेजुर्न ने कहा कि "ग़ाज़ा में मानवीय संकट की गंभीरता को केवल अंतरराष्ट्रीय मीडिया की पारदर्शी और स्वतंत्र रिपोर्टिंग के माध्यम से ही बेहतर ढंग से समझा जा सकता है। प्रेस की स्वतंत्रता लोकतांत्रिक मूल्यों की रीढ़ है और युद्ध जैसी परिस्थितियों में इसकी भूमिका और भी अहम हो जाती है।"
फ्रांसीसी विदेश मंत्री की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब ग़ाज़ा में इस्राइल और हमास के बीच संघर्ष जारी है और बड़ी संख्या में नागरिक हताहत हुए हैं। ग़ाज़ा में संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित है और वहां की रिपोर्टिंग काफी हद तक स्थानीय स्रोतों और सहायता संगठनों पर निर्भर है।
सेजुर्न ने कहा कि फ्रांस इस बात पर ज़ोर देगा कि सभी पक्ष मीडिया कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और उन्हें बिना बाधा रिपोर्टिंग की अनुमति दें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पत्रकारों को ग़ाज़ा में प्रवेश देने से अंतरराष्ट्रीय समुदाय को स्थिति की बेहतर समझ और मानवीय सहायता पहुंचाने में मदद मिलेगी।
यह मांग प्रेस स्वतंत्रता और मानवीय अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक अहम कूटनीतिक पहल मानी जा रही है।