नौसेना प्रमुख (CNS) एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने रविवार (30 नवंबर 2025) को कहा कि वह अब भी बांग्लादेश को भारत का मित्र देश मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि वहां की स्थिति जल्द ही सामान्य हो जाएगी। उन्होंने कहा कि वह सदैव आशावादी रहते हैं और विश्वास रखते हैं कि बांग्लादेश में हालात सकारात्मक दिशा में बदलेंगे।
पिछले वर्ष अगस्त में बांग्लादेश में छात्र-नेतृत्व वाले बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शनों ने देश की राजनीतिक स्थिति को पूरी तरह बदल दिया था। इस उथल-पुथल के परिणामस्वरूप शेख हसीना की सरकार को सत्ता से हटना पड़ा और एक ऐसी अंतरिम व्यवस्था स्थापित हुई, जिसके भारत के साथ संबंध सौहार्दपूर्ण नहीं रहे।
शेख हसीना, जिन्होंने भारत में शरण ली थी, को 17 नवंबर को एक विशेष न्यायाधिकरण ने अनुपस्थिति में ही “मानवता के खिलाफ अपराध” के आरोप में मौत की सज़ा सुनाई। इसके बाद से बांग्लादेश की नई प्रशासनिक व्यवस्था लगातार भारत से उनकी जल्द से जल्द प्रत्यर्पण की मांग कर रही है।
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एडमिरल त्रिपाठी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय संबंधों में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, लेकिन भारत हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग और स्थिरता चाहता है। उन्होंने कहा कि भारत की नीति पड़ोसी-प्रथम (Neighbourhood First) रही है और किसी भी स्थिति में संवाद तथा सहयोग के रास्ते खुले रहने चाहिए।
उन्होंने आशा जताई कि बांग्लादेश की वर्तमान परिस्थिति में सुधार होगा और दोनों देशों के बीच दशकों पुराने घनिष्ठ रिश्ते पुनः मजबूत होंगे। भारत और बांग्लादेश का संबंध सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और रणनीतिक स्तर पर अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। नौसेना प्रमुख के अनुसार, भविष्य में स्थिरता लौटने पर दोनों देशों के हितों के अनुरूप सहयोग बढ़ सकता है।
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