भारत-यू.के. व्यापार समझौते का आंध्र प्रदेश वाणिज्य एवं उद्योग मंडल ने किया स्वागत, निर्यात क्षेत्रों को मिलेगा बढ़ावा
आंध्र प्रदेश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स ने भारत-यू.के. व्यापार समझौते का स्वागत किया। 99% भारतीय निर्यातों को यू.के. में शुल्क-मुक्त पहुंच मिलने से कई प्रमुख क्षेत्रों को मिलेगा लाभ।
आंध्र प्रदेश चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (APCCI) ने भारत और यूनाइटेड किंगडम (यू.के.) के बीच हुए व्यापार समझौते का गर्मजोशी से स्वागत किया है। संगठन के अध्यक्ष पी. भास्कर राव ने इस समझौते को भारत के निर्यात क्षेत्र के लिए "क्रांतिकारी अवसर" करार दिया है।
उन्होंने कहा कि इस समझौते के तहत यू.के. ने भारत के 99% निर्यातों को ड्यूटी-फ्री (शुल्क-मुक्त) पहुंच प्रदान की है, जिससे विशेष रूप से वस्त्र, रत्न और आभूषण, चमड़ा, समुद्री उत्पाद, कृषि उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, इलेक्ट्रॉनिक्स, रसायन और इंजीनियरिंग वस्तुओं जैसे क्षेत्रों को बड़ा लाभ होगा।
पी. भास्कर राव के अनुसार, यह समझौता भारतीय निर्माताओं को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम बनाएगा और रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न करेगा। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश जैसे राज्य, जहां कृषि, समुद्री उत्पाद और वस्त्र उद्योग का बड़ा योगदान है, इस कर-मुक्त व्यवस्था से विशेष लाभान्वित होंगे।
APCCI ने इस पहल के लिए भारत सरकार और वाणिज्य मंत्रालय की सराहना की और उम्मीद जताई कि आने वाले समय में ऐसे और समझौते भारत की वैश्विक व्यापार स्थिति को मजबूत करेंगे।
उन्होंने कहा कि यह समझौता ‘मेक इन इंडिया’ और ‘लोकल टू ग्लोबल’ जैसी पहलों को सशक्त बनाएगा, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था को दीर्घकालिक लाभ होगा।
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