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भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते की चौथी दौर की वार्ता शुरू, वस्तु व सेवा व्यापार पर फोकस

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते की चौथी दौर की वार्ता शुरू हुई। बातचीत में वस्तु, सेवा व्यापार और ‘रूल्स ऑफ़ ओरिजिन’ जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई।

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफ़टीए) की चौथी दौर की वार्ता सोमवार (3 नवंबर, 2025) से शुरू हुई। भारत का एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इस दौर की बातचीत के लिए ऑकलैंड पहुँचा है, जो 7 नवंबर तक जारी रहेगी। यह जानकारी वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने दी।

मंत्रालय के अनुसार, “इस दौर की वार्ता के दौरान मुख्य रूप से वस्तुओं के व्यापार, सेवाओं के व्यापार और ‘रूल्स ऑफ़ ओरिजिन’ (उत्पाद की उत्पत्ति के नियम) जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जा रही है। दोनों पक्ष पहले हुए तीन दौर की प्रगति पर आगे बढ़ते हुए लंबित मुद्दों पर सहमति बनाने और समझौते को जल्द अंतिम रूप देने की दिशा में रचनात्मक रूप से कार्य कर रहे हैं।”

रूल्स ऑफ़ ओरिजिन’ यानी किसी उत्पाद की उत्पत्ति निर्धारित करने के नियम, भारत के यूरोपीय संघ (EU) के साथ चल रही एफटीए वार्ताओं में भी एक प्रमुख अड़चन रहे हैं। इन नियमों के तहत यह तय किया जाता है कि किसी वस्तु का उत्पादन वास्तव में किस देश में हुआ है, ताकि सस्ते आयात को किसी तीसरे देश के माध्यम से व्यापारिक लाभ उठाने से रोका जा सके।

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भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच एफटीए पर औपचारिक बातचीत की शुरुआत 16 मार्च, 2025 को हुई थी, जब भारत के वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और न्यूज़ीलैंड के व्यापार एवं निवेश मंत्री टॉड मैकक्ले ने इस प्रक्रिया की घोषणा की थी।

विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह समझौता सफल रहता है, तो यह दोनों देशों के बीच कृषि, डेयरी, शिक्षा, पर्यटन और आईटी सेवाओं जैसे क्षेत्रों में व्यापार को नया आयाम दे सकता है, जिससे भारत-न्यूज़ीलैंड संबंधों को और मजबूती मिलेगी।

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