सितंबर में बिजली की खपत 3.2% बढ़कर 145.91 अरब यूनिट्स तक पहुँची
सितंबर में बिजली की खपत 3.2% बढ़कर 145.91 अरब यूनिट्स हुई। पीक डिमांड 229.15 GW रही, जो सरकार के अनुमान से कम, मौसम ने खपत को नियंत्रित रखा।
देश में सितंबर महीने में बिजली की खपत 3.21 प्रतिशत बढ़कर 145.91 अरब यूनिट्स (BUs) हो गई। यह वृद्धि मुख्य रूप से व्यापक बारिश और अधिकांश हिस्सों में तापमान नियंत्रित रहने के कारण हुई।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सितंबर 2024 में बिजली की खपत 141.36 अरब यूनिट्स थी। इस महीने में पीक पावर डिमांड 229.15 गीगावाट (GW) दर्ज की गई, जो कि सरकार द्वारा अनुमानित मांग से काफी कम रही।
विशेषज्ञों के अनुसार, मौसम के अनुकूल प्रभाव और औद्योगिक तथा घरेलू बिजली खपत में संतुलन के कारण यह वृद्धि अपेक्षित स्तर पर रही। बिजली वितरण कंपनियों ने भी कहा कि बारिश के कारण तापमान नियंत्रित रहने से एयर कंडीशनिंग और शीतलन उपकरणों की खपत अपेक्षाकृत कम रही।
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यह डेटा ऊर्जा क्षेत्र के लिए महत्वपूर्ण संकेत देता है और यह दर्शाता है कि देश में बिजली की मांग और उत्पादन दोनों पर मौसमी परिस्थितियों का गहरा प्रभाव पड़ता है।
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