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आरबीआई ने ₹32,000 करोड़ की बॉन्ड नीलामी पूरी की, ग्रीन बॉन्ड पर सबसे अधिक कमीशन दर दर्ज

भारतीय रिजर्व बैंक ने ₹32,000 करोड़ मूल्य की सरकारी बॉन्ड नीलामी पूरी की, जिसमें 6.98% सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड बॉन्ड पर सबसे अधिक 1.50 पैसे प्रति ₹100 की कमीशन दर तय हुई।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने ₹32,000 करोड़ मूल्य के सरकारी बॉन्ड की अंडरराइटिंग नीलामी पूरी कर ली है। यह नीलामी 31 अक्टूबर को अतिरिक्त प्रतिस्पर्धी अंडरराइटिंग (ACU) प्रक्रिया के तहत आयोजित की गई थी।

आरबीआई ने चार अलग-अलग सरकारी प्रतिभूतियों के लिए अंडरराइटिंग कमीशन दरें तय कीं। इनमें सबसे अधिक कमीशन दर सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (SGrB) पर दर्ज की गई।

5.91% सरकारी प्रतिभूति (जीएस) 2028 के लिए अधिसूचित राशि ₹9,000 करोड़ थी। इसमें न्यूनतम अंडरराइटिंग प्रतिबद्धता (MUC) ₹4,515 करोड़ और एसीयू राशि ₹4,485 करोड़ रही। इस पर 0.15 पैसे प्रति ₹100 की कट-ऑफ दर तय हुई।

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6.28% सरकारी प्रतिभूति (जीएस) 2032 की अधिसूचित राशि ₹11,000 करोड़ थी, जिसमें MUC ₹5,502 करोड़ और ACU ₹5,498 करोड़ रही। इस पर 0.30 पैसे प्रति ₹100 का कमीशन निर्धारित हुआ।

7.24% सरकारी प्रतिभूति (जीएस) 2055 के ₹7,000 करोड़ के बॉन्ड के लिए MUC ₹3,507 करोड़ और ACU ₹3,493 करोड़ रही, जिसमें कमीशन दर 0.67 पैसे प्रति ₹100 तय की गई।

वहीं, 6.98%  सॉवरेन ग्रीन बॉन्ड (SGrB) 2054, जिसकी अधिसूचित राशि ₹5,000 करोड़ थी, उसमें MUC ₹2,520 करोड़ और ACU ₹2,480 करोड़ रही। इस पर 1.50 पैसे प्रति ₹100 की कमीशन दर तय की गई — जो चारों प्रतिभूतियों में सबसे अधिक रही।

कुल मिलाकर, आरबीआई की इस नीलामी में ₹32,000 करोड़ की अंडरराइटिंग सफलतापूर्वक संपन्न हुई, जिससे सरकारी प्रतिभूति बाजार में स्थिरता और पारदर्शिता को बल मिला है।

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