टाटा मोटर्स PV Q2 परिणाम: असाधारण लाभ से मुनाफे में भारी उछाल, राजस्व में 14% गिरावट
टाटा मोटर्स PV का Q2 शुद्ध लाभ असाधारण लाभ के कारण 200 गुना बढ़ा, लेकिन राजस्व 13.5% गिरा। डिमर्जर, साइबर दावे और लागत दबाव ने परिणामों को प्रभावित किया।
टाटा मोटर्स लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2026 की दूसरी तिमाही में अपने शुद्ध लाभ में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की है। कंपनी के अनुसार, जुलाई-सितंबर तिमाही में उसका नेट प्रॉफिट 200 गुना बढ़कर ₹76,170 करोड़ पहुंच गया, जबकि पिछली वर्ष की समान अवधि में यह लाभ केवल ₹3,446 करोड़ था। यह पहली कमाई रिपोर्ट है जो कंपनी ने अपनी पैसेंजर वाहन और कमर्शियल वाहन इकाइयों के डिमर्जर के बाद जारी की है।
कंपनी ने बताया कि डिमर्जर के बाद बंद संचालन के निपटान से उन्हें ₹82,616 करोड़ का असाधारण लाभ मिला। इसके अलावा, कुल ₹2,608 करोड़ का एक अन्य असाधारण खर्च भी दर्ज किया गया, जिसमें ₹840 करोड़ कर्मचारियों के सेपरेशन कॉस्ट और ₹2,008 करोड़ सप्लायर के साइबर घटना से जुड़े दावे शामिल हैं।
पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में कंपनी ने ₹31 करोड़ का असाधारण नुकसान दिखाया था, जिसके बाद उस समय शुद्ध लाभ ₹3,490 करोड़ रहा था।
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दूसरी तिमाही में EBITDA (ब्याज, कर, मूल्यह्रास और अमूर्त संपत्तियों से पहले की कमाई) में ₹1,043 करोड़ का नुकसान रिकॉर्ड किया गया, जो कंपनी की लागत प्रबंधन और संचालन पर दबाव को दर्शाता है।
हालांकि, मुनाफे में भारी उछाल के बावजूद, कंपनी का राजस्व इस तिमाही में 13.5% गिरकर ₹72,349 करोड़ पर आ गया, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह ₹83,656 करोड़ था। टाटा मोटर्स पीवी डिवीजन के अनुसार, राजस्व में गिरावट बाजार की मांग में कमी और डिमर्जर के बाद के संक्रमणकाल का असर है।
कंपनी ने कहा कि वह आने वाले महीनों में अपनी उत्पादन क्षमता, लागत नियंत्रण और नई तकनीक आधारित वाहनों पर फोकस बढ़ाएगी, जिससे भविष्य के नतीजों में स्थिरता लाने में मदद मिलेगी।
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