बेलागावी में अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाने वाला फर्जी कॉल सेंटर ध्वस्त, 33 आरोपी गिरफ्तार
बेलागावी पुलिस ने अमेरिकी नागरिकों को धोखा देने वाले फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर 33 लोगों को गिरफ्तार किया। 37 लैपटॉप व मोबाइल बरामद हुए और मास्टरमाइंड की तलाश जारी है।
कर्नाटक के बेलागावी में पुलिस ने एक अवैध अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारकर उसे बंद कर दिया, जो अमेरिकी नागरिकों को निशाना बनाकर बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी कर रहा था। यह कार्रवाई बेंगलुरु की इंटेलिजेंस सिक्योरिटी डिवीजन से मिली सूचना के आधार पर की गई, जिसमें कॉल सेंटर की संदिग्ध गतिविधियों का पता चला था।
यह कॉल सेंटर बेलागावी के बॉक्साइट रोड पर चलाया जा रहा था। छापे के दौरान पुलिस ने 33 लोगों—28 पुरुष और 5 महिलाओं—को गिरफ्तार किया, जो इस पूरे रैकेट को चला रहे थे। गिरफ्तार आरोपी नौ राज्यों—असम, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र, मेघालय, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल—से थे, जबकि कुछ आरोपी नेपाल से भी थे।
छापे में पुलिस ने 37 लैपटॉप, 37 मोबाइल फोन, वीओआईपी सॉफ्टवेयर वाले सिस्टम और अर्बन वीपीएन कॉन्फ़िगरेशन जब्त किए, जिनका इस्तेमाल कॉल की लोकेशन छिपाकर उन्हें अमेरिकी नंबरों जैसा दिखाने के लिए किया जाता था। जांच में पता चला कि यह नेटवर्क 11 अलग-अलग स्क्रिप्ट-आधारित मॉडल का उपयोग करता था, जिनके सहारे अमेरिकी नागरिकों को धोखा दिया जाता था। ऑपरेटरों को लिखित स्क्रिप्ट के ज़रिए प्रशिक्षित किया जाता था कि पीड़ितों से कैसे बात करनी है और उन्हें पैसे भेजने के लिए कैसे मनाना है।
पुलिस के अनुसार, इस पूरे रैकेट के मास्टरमाइंड गुजरात और पश्चिम बंगाल में बैठे हैं, जिनकी गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। बेलागावी के पुलिस आयुक्त बोरसे भूषण गुलबरा ने बताया कि अमेरिकी पीड़ितों के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस CBI और इंटरपोल के साथ समन्वय करेगी।
मामले में आईटी एक्ट की धारा 66C, 66D और 75; भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 319, 48, 49 तथा टेलीकॉम एक्ट की धारा 42 के तहत केस दर्ज किया गया है।
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