पश्चिम बंगाल के नदिया में बीजेपी कार्यकर्ता की मौत, सियासी विवाद तेज
नदिया में बीजेपी कार्यकर्ता संजय भौमिक की मौत ने बंगाल में सियासी विवाद को हवा दी। भाजपा ने टीएमसी पर आरोप लगाया, जबकि तृणमूल ने सभी आरोप नकारे।
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में बीजेपी कार्यकर्ता संजय भौमिक की संदिग्ध मौत ने राज्य की राजनीति में हलचल मचा दी है। परिजनों ने आरोप लगाया है कि संजय को ruling पार्टी से जुड़े लोगों ने बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। इस घटना ने इलाके में तनाव फैला दिया है और राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि राज्य में राजनीतिक हिंसा लगातार बढ़ रही है और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी ने संजय भौमिक की मौत को “सुनियोजित हत्या” करार दिया है और इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। प्रदेश भाजपा ने राज्य सरकार से जवाबदेही तय करने की बात कही है।
दूसरी ओर, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया है। पार्टी का कहना है कि भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस घटना को तूल दे रही है। टीएमसी नेताओं ने पुलिस जांच पर भरोसा जताते हुए कहा कि सच्चाई सामने आने पर आरोप झूठे साबित होंगे।
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घटना के बाद क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अशांति को रोका जा सके। स्थानीय प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।
यह घटना ऐसे समय में सामने आई है जब पश्चिम बंगाल की राजनीति पहले से ही हिंसा और आरोप-प्रत्यारोप से घिरी हुई है। नदिया की वारदात ने राज्य में कानून-व्यवस्था और राजनीतिक शुचिता पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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