फर्जी नोट रैकेट: फरोके पुलिस असली गिरोह की तलाश में, पाँच युवा गिरफ्तार
फरोके पुलिस ने नकली 500 रुपये के नोट चलाने के आरोप में पाँच युवकों को पकड़ा। 57 फर्जी नोट बरामद हुए। पुलिस बड़े रैकेट की संभावना देखते हुए जांच तेज कर रही है।
फरोके पुलिस स्टेशन की एक विशेष टीम ने फर्जी मुद्रा के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश करने के लिए जांच तेज कर दी है। यह कार्रवाई उस समय शुरू हुई जब पुलिस ने पाँच युवकों को जिले में नकली 500 रुपये के नोट चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए युवकों में दो स्नातक छात्र भी शामिल हैं—एक इतिहास और दूसरा नर्सिंग का छात्र।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान के. दिजिन (19), सी. अथुल कृष्णा (19), अमजद शाह (20), टी. अफ़नान (20) और के. सारंग (20) के रूप में हुई है। इन्हें 15 नवंबर को कोझिकोड और मल्लपुरम जिलों से पकड़ा गया। पुलिस ने उनके कब्जे से 57 नकली 500 रुपये के नोट बरामद किए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बरामद फर्जी नोट और शुरुआती सबूत यह संकेत देते हैं कि यह कोई छोटे स्तर की गतिविधि नहीं, बल्कि बड़े पैमाने पर नकली नोट छापने और उन्हें तेजी से बाजार में चलाने की एक संगठित कोशिश थी। पुलिस का मानना है कि इसके पीछे एक बड़ा गिरोह सक्रिय हो सकता है, जो युवाओं को इस्तेमाल कर नकली मुद्रा को अलग-अलग जगहों पर फैलाने का काम कर रहा है।
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फरोके पुलिस की विशेष टीम अब इस पूरे रैकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। पुलिस यह भी पता लगाने में जुटी है कि इन युवाओं को नकली नोट कहाँ से मिले और क्या वे केवल माध्यम थे या इस गिरोह का सक्रिय हिस्सा भी थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने डिजिटल सबूत, मोबाइल फोन और सोशल मीडिया चैट की भी जांच शुरू कर दी है। जांच दल का कहना है कि दोषियों की पहचान और गिरोह के पूरे नेटवर्क को पकड़ने के लिए आगे और गिरफ्तारी संभव है।
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