H-1B वीज़ा विवाद: वायरल पोस्ट से मचा बवाल, Robinhood ने दी सफाई
Robinhood कर्मचारी की कथित पोस्ट से बवाल मचा, MAGA समर्थकों ने भेदभाव का आरोप लगाया। कंपनी ने सफाई दी कि पोस्ट नाराज़ पूर्व कर्मचारी की थी, Robinhood ने निष्पक्ष भर्ती नीति दोहराई।
अमेरिकी वित्तीय कंपनी Robinhood एक विवाद में घिर गई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक पोस्ट ने माहौल गर्म कर दिया। पोस्ट में दावा किया गया कि कंपनी के एक कर्मचारी ने पाँच MAGA (Make America Great Again) समर्थकों को इंटरव्यू में अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद नौकरी देने से मना कर दिया। इसके बाद MAGA समर्थकों ने कंपनी पर खुलेआम भेदभाव करने का आरोप लगाया है।
वायरल पोस्ट में कथित कर्मचारी ने लिखा, “आप कहते हैं कि हम सिर्फ H-1B वीज़ा वर्कर्स को रखते हैं और उन्हें कम वेतन देते हैं? अगर आप MAGA हैं या ट्रंप समर्थक हैं तो मैं सुनिश्चित करूँगा कि आपको नौकरी न मिले। अगर मुझे शक भी हुआ कि आप MAGA से जुड़े हैं, तो आप मेरी टीम में जगह नहीं पाएंगे।” यह बयान ऐसे समय आया है जब H-1B वीज़ा पर 100,000 अमेरिकी डॉलर की नई फीस का नियम लागू हुआ है, जिसने विवाद को और बढ़ा दिया। MAGA समर्थकों का तर्क है कि वीज़ा प्रोग्राम अमेरिकी नागरिकों से नौकरियाँ छीन रहा है।
जैसे ही यह पोस्ट वायरल हुई, इंटरनेट पर Robinhood की आलोचना शुरू हो गई। कई यूज़र्स ने कंपनी की जांच की मांग की और इसे राजनीतिक झुकाव पर आधारित भेदभाव बताया। हालांकि, Robinhood ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि यह पोस्ट किसी नाराज़ पूर्व कर्मचारी ने लिखी थी जिसे खराब प्रदर्शन के कारण निकाल दिया गया था। कंपनी ने दोहराया कि उसका कार्यस्थल पूरी तरह मेरिट-आधारित है और किसी भी तरह के राजनीतिक या अन्य भेदभाव के लिए वहाँ कोई जगह नहीं है।
और पढ़ें: अमेरिकी उड़ानों पर भारतीय वीज़ा धारकों को ट्रोलिंग का शिकार
और पढ़ें: भारत ने H-1B वीज़ा शुल्क वृद्धि पर जताई चिंता, कहा- अमेरिका से चल रही बातचीत