काली ट्रॉली बैग की रहस्यमयी कहानी, जिसने सुलझाया मेघालय हनीमून मर्डर केस
मेघालय हनीमून मर्डर केस में काली ट्रॉली बैग से सुराग मिला, जिससे राजा रघुवंशी की सुनियोजित हत्या और बहु-राज्यीय साजिश का खुलासा हुआ।
मेघालय हनीमून मर्डर केस में दाखिल की गई 700 पन्नों की चार्जशीट में जांच एजेंसियों ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इस मामले में आरोपी सोनम रघुवंशी पर आरोप है कि उसने अपने पति, इंदौर के व्यवसायी राजा रघुवंशी, को हनीमून के दौरान मौत के जाल में फंसाया और कॉन्ट्रैक्ट किलर्स को हत्या का इशारा दिया।
चार्जशीट के अनुसार, सोनम रघुवंशी ने कथित तौर पर सुपारी किलर्स को संकेत दिया कि “यहीं काम पूरा कर दो”, यह मानते हुए कि इसके बाद उन्हें दोबारा ऐसा मौका नहीं मिलेगा। जांचकर्ताओं का कहना है कि यह हत्या पूरी तरह पूर्व नियोजित थी और इसकी साजिश हनीमून पर जाने से पहले ही रच ली गई थी।
जांच में सामने आया कि एक काली ट्रॉली बैग इस पूरे मामले की कड़ी साबित हुआ, जिसने बहु-राज्यीय हत्या की साजिश से पर्दा उठाया। यह ट्रॉली बैग हनीमून से पहले पैक कर छिपा दिया गया था और बाद में इसी से सुराग मिलते गए। इसी एक वस्तु को आधार बनाकर पुलिस ने निगरानी, सुनियोजित हत्या और सबूत मिटाने की जटिल साजिश का खुलासा किया।
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चार्जशीट में बताया गया है कि यह साजिश केवल मेघालय तक सीमित नहीं थी, बल्कि इसके तार कई राज्यों से जुड़े थे। मेघालय की दुर्गम पहाड़ियों से लेकर इंदौर के औद्योगिक सीवर तक फैले इस मामले में आरोपियों ने हत्या के बाद सबूत छिपाने के लिए व्यापक इंतजाम किए।
जांच एजेंसियों का दावा है कि राजा रघुवंशी को धोखे से सुनसान जगह पर ले जाया गया, जहां उसकी बेरहमी से हत्या कर दी गई। इसके बाद आरोपियों ने घटना को दुर्घटना या गुमशुदगी का रूप देने की कोशिश की।
शिलांग की अदालत में पेश की गई चार्जशीट के मुताबिक, पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों, कॉल डिटेल रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और ट्रॉली बैग से जुड़े सुरागों के आधार पर पूरी साजिश को उजागर किया। यह मामला अब भी अदालत में विचाराधीन है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
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