2024 मुठभेड़ स्थल से मिली तस्वीरों से पहलगाम के आतंकियों की हुई पहचान
2024 की मुठभेड़ में बरामद तस्वीरों से पहलगाम में सक्रिय आतंकियों की पहचान हुई। सुरक्षा बलों ने इन्हें 22 अप्रैल को बैसारन घास के मैदान में मौजूद चश्मदीदों की गवाही से मिलाया।
जम्मू-कश्मीर में 2024 में हुई एक मुठभेड़ स्थल से बरामद तस्वीरों ने सुरक्षा एजेंसियों को पहलगाम में सक्रिय आतंकियों की पहचान करने में महत्वपूर्ण सुराग दिया है। इन तस्वीरों को हाल ही में फिर से खंगाला गया, जिससे आतंकियों की गतिविधियों और उनके ठिकानों का पता लगाने में मदद मिली।
अधिकारियों के अनुसार, अप्रैल 2024 में बैसारन घास के मैदान में कुछ स्थानीय लोगों और पर्यटकों ने संदिग्ध आतंकियों को देखा था। चश्मदीदों ने सुरक्षा एजेंसियों को जो विवरण दिए, उन्हें मुठभेड़ स्थल से मिली तस्वीरों से मिलाया गया। तस्वीरों और गवाहों के बयान में समानता मिलने के बाद सुरक्षा बलों ने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया।
सुरक्षा सूत्रों का कहना है कि इन आतंकियों का संबंध सीमापार आतंकी संगठनों से हो सकता है और वे पहलगाम और आसपास के इलाकों में छिपे हुए थे। तस्वीरों में दिखाई दे रहे हथियारों और स्थानों की पहचान से यह संकेत मिलता है कि इन आतंकियों ने इलाके में पहले से ठिकाने बना रखे थे।
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सुरक्षा बलों ने इनपुट्स के आधार पर कई संवेदनशील इलाकों में तलाशी और घेराबंदी की है। अधिकारियों का कहना है कि यह खोजबीन अभियान आतंकियों की गतिविधियों पर अंकुश लगाने और भविष्य में संभावित आतंकी घटनाओं को रोकने में मदद करेगा।
स्थानीय प्रशासन ने भी लोगों से सतर्क रहने और संदिग्ध गतिविधियों की जानकारी तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को देने की अपील की है।