नक्सल प्रभावित क्षेत्र अब एजुकेशनल हब बन रहे हैं, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र अब एजुकेशनल हब बन रहे हैं, और पुलिस एवं सुरक्षा बलों के समर्पण से देश में कानून-व्यवस्था मजबूत हुई है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि देश के पहले नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आज सड़कें, अस्पताल, स्कूल और कॉलेज विकसित हो चुके हैं। जो क्षेत्र कभी नक्सलियों का गढ़ हुआ करते थे, अब वे एजुकेशनल हब बन गए हैं। वहां के बच्चे मोबाइल और कंप्यूटर का उपयोग कर रहे हैं और बड़े सपने देख रहे हैं। रेड कॉरिडोर अब ग्रोथ कॉरिडोर में बदल चुका है।
रक्षा मंत्री ने कहा कि यह बदलाव पुलिस और सुरक्षाबलों के समर्पण और मेहनत का नतीजा है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कई जिले पहले नक्सलवाद से प्रभावित थे। वहां स्कूल बंद थे, सड़कें नहीं थीं और लोग भय में जीते थे। पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर इस समस्या को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर लोग रात में चैन से सो पाते हैं तो इसका कारण यह विश्वास है कि सीमा पर सेना है और गली-मोहल्ले में पुलिस मुस्तैद है। सेना और पुलिस दोनों देश की सुरक्षा के अलग-अलग स्तंभ हैं, लेकिन मिशन एक ही है – राष्ट्र की रक्षा। उन्होंने सशक्त पुलिस को सशक्त राष्ट्र की नींव बताया और पुलिस के आधुनिकीकरण और आधुनिक सुविधाओं की उपलब्धि को भी सराहा।
और पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता का सर्वश्रेष्ठ उदाहरण: राजनाथ सिंह