मजदूर ठेकेदार बनकर अंडरकवर यूपी पुलिस ने 42 साल पुराने हत्याकांड के फरार दोषियों को दबोचा
आगरा के 42 साल पुराने हत्याकांड में फरार तीन दोषियों को यूपी पुलिस ने मजदूर ठेकेदार बनकर अंडरकवर ऑपरेशन के जरिए गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में 42 साल पुराने एक सनसनीखेज हत्याकांड में फरार चल रहे तीन दोषियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी एक महीने तक चले गुप्त और सुनियोजित ऑपरेशन के बाद संभव हो सकी, जिसमें दो पुलिसकर्मी मजदूर ठेकेदार बनकर गांव में रहे और स्थानीय लोगों का भरोसा जीतते हुए सामान्य ग्रामीण जीवन का हिस्सा बन गए।
यह मामला आगरा जिले के धरैरा गांव का है, जहां 42 वर्ष पहले एक ही परिवार के पांच सदस्यों की उनके घर के भीतर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस जघन्य अपराध में दोषी ठहराए गए तीन लोग — राजपाल, उसका भाई साजन पाल और उनका पड़ोसी मणिकचंद — सजा सुनाए जाने के बाद से ही फरार थे। तीनों की उम्र अब 70 वर्ष से अधिक बताई जा रही है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, फरार दोषियों की गिरफ्तारी के लिए लंबे समय से प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन आरोपी पहचान छिपाकर गांव में ही रह रहे थे और किसी को शक नहीं होने दे रहे थे। इसके बाद पुलिस ने रणनीति बदलते हुए दो जवानों को मजदूर ठेकेदार के रूप में गांव धरैरा भेजा। इन पुलिसकर्मियों ने गांव में मजदूरी से जुड़े काम शुरू किए, लोगों से घुलना-मिलना बढ़ाया और धीरे-धीरे ग्रामीणों का विश्वास हासिल कर लिया।
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शनिवार को अंडरकवर पुलिसकर्मियों को पुख्ता सूचना मिली, जिसके बाद तुरंत अतिरिक्त पुलिस बल को गांव बुलाया गया। इसके बाद एक समन्वित कार्रवाई में तीनों फरार दोषियों को एक साथ गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि गिरफ्तारी पूरी तरह शांतिपूर्ण रही और किसी तरह का विरोध नहीं हुआ।
गिरफ्तार आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह ऑपरेशन धैर्य, गोपनीयता और टीमवर्क का बेहतरीन उदाहरण है, जिससे दशकों पुराने मामलों में भी कानून का शिकंजा कसना संभव हुआ है।
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