बुर्का न पहनने पर पत्नी की हत्या करने वाले यूपी के शख्स ने फोटो छिपाने के लिए नहीं बनवाने दिया था आधार
यूपी के शामली में बुर्का न पहनने पर पत्नी की हत्या करने वाले फारूक ने फोटो सार्वजनिक न हो, इसलिए पत्नी को कभी आधार नहीं बनवाने दिया, पुलिस ने खुलासा किया।
उत्तर प्रदेश के शामली जिले में बुर्का न पहनने को लेकर पत्नी की हत्या करने वाले व्यक्ति से जुड़ा एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस के अनुसार आरोपी फारूक ने अपनी पत्नी तहिरा को कभी आधार कार्ड बनवाने नहीं दिया था, क्योंकि वह नहीं चाहता था कि उसकी पत्नी की तस्वीर बिना बुर्का सार्वजनिक हो। आरोपी ने न सिर्फ पत्नी बल्कि अपनी दो नाबालिग बेटियों की भी बेरहमी से हत्या कर दी थी।
पुलिस के मुताबिक फारूक, जो शादियों में खाना पकाने का काम करता था, अपनी पत्नी पर हमेशा बुर्का पहनने का दबाव बनाता था। शादी के 18 वर्षों तक उसने तहिरा को कोई भी पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड या राशन कार्ड बनवाने की अनुमति नहीं दी, क्योंकि इन दस्तावेजों में फोटो होना अनिवार्य होता है।
दंपति के पांच बच्चे थे—अफरीन (14), असमीन (10), सहरीन (7), बिलाल (9) और अरशद (5)। पुलिस के अनुसार, फारूक ने पहले पत्नी तहिरा की गोली मारकर हत्या की, फिर बड़ी बेटी अफरीन को भी गोली मार दी और दूसरी बेटी सहरीन की गला घोंटकर जान ले ली।
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हत्या में इस्तेमाल हथियार आरोपी की निशानदेही पर बरामद कर लिए गए हैं, जिनमें एक पिस्टल, सात खाली कारतूस और 10 जिंदा कारतूस शामिल हैं।
पुलिस ने बताया कि फारूक उस समय बेहद गुस्से में आ गया था, जब उसे पता चला कि उसकी पत्नी बिना बुर्का पहने अपने मायके गई थी। वह अपने ससुर को भी पत्नी से मिलने की इजाजत नहीं देता था।
यह मामला तब सामने आया जब तहिरा और उसकी दो बेटियां छह दिनों तक दिखाई नहीं दीं। आरोपी के पिता दाऊद को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पूछताछ के दौरान फारूक ने अपराध स्वीकार कर लिया।
फारूक ने बताया कि घरेलू विवादों को लेकर अक्सर पति-पत्नी में झगड़ा होता था। 10 दिसंबर की रात उसने रसोई में पत्नी को गोली मार दी। बाद में तीनों शवों को आंगन में शौचालय के लिए खोदे गए नौ फुट गहरे गड्ढे में दफना दिया और ऊपर ईंटों की फर्श बना दी।
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