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लोकतंत्र के समर्थन में 60 मील लंबा मार्च वॉशिंगटन पहुंचा

फिलाडेल्फिया से शुरू हुआ 60 मील लंबा लोकतंत्र मार्च वॉशिंगटन पहुंचा। देशभर से आए लोगों ने डेलावेयर और बाल्टीमोर होते हुए लोकतंत्र की रक्षा और सुधारों की मांग उठाई।

अमेरिका में लोकतंत्र की रक्षा और उसके मूल्यों को मजबूत करने की मांग को लेकर एक ऐतिहासिक मार्च का आयोजन किया गया। यह 60 मील लंबा लोकतंत्र मार्च फिलाडेल्फिया से शुरू होकर कई शहरों से गुजरते हुए अंततः वॉशिंगटन डी.सी. पहुंचा। इस यात्रा ने लोगों का ध्यान लोकतांत्रिक संस्थाओं की मजबूती और सुधार की आवश्यकता की ओर आकर्षित किया।

मार्च की शुरुआत फिलाडेल्फिया से हुई, जहां देशभर से आए प्रतिभागियों ने इकट्ठा होकर लोकतंत्र के लिए अपनी एकजुटता दिखाई। इसके बाद यह काफिला न्यूआर्क (डेलावेयर), विलमिंगटन (डेलावेयर) और बाल्टीमोर जैसे शहरों से होकर गुजरा। रास्ते में स्थानीय नागरिक भी इस आंदोलन से जुड़े और मार्च का हिस्सा बने।

प्रतिभागियों ने बैनर और पोस्टर उठाकर सरकार से लोकतांत्रिक मूल्यों को संरक्षित करने, सभी नागरिकों के लिए समान अधिकार सुनिश्चित करने और चुनावी सुधार लागू करने की मांग की। उनका कहना था कि लोकतंत्र केवल मतदान तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें पारदर्शिता, जवाबदेही और नागरिक अधिकारों की रक्षा भी शामिल है।

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मार्च के आयोजकों का कहना है कि यह आंदोलन एक प्रतीकात्मक कदम है, जो यह संदेश देता है कि नागरिक अपने अधिकारों और लोकतंत्र की नींव को बचाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने जोर दिया कि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब हर व्यक्ति की आवाज़ सुनी जाएगी और सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जाएगी।

वॉशिंगटन पहुंचने पर प्रतिभागियों ने एक सभा का आयोजन किया, जिसमें वक्ताओं ने लोकतंत्र की चुनौतियों और भविष्य पर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि यह मार्च केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि बदलाव की दिशा में एक सशक्त संदेश है।

इस प्रकार, यह 60 मील लंबा मार्च लोकतांत्रिक मूल्यों के समर्थन और सुधारों की मांग का प्रतीक बन गया।

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