पीकी ब्लाइंडर्स स्टाइल में घूम रहे 4 अफगान युवक गिरफ्तार, तालिबान ने दी चेतावनी
चार अफगान युवकों को ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ स्टाइल के कपड़े पहनने पर तालिबान ने पकड़कर चेतावनी दी। उन्हें विदेशी संस्कृति फैलाने का आरोपी बताया गया और बाद में छोड़ दिया गया।
अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में तालिबान प्रशासन ने लोकप्रिय ब्रिटिश सीरीज़ ‘पीकी ब्लाइंडर्स’ से प्रेरित पहनावे में घूम रहे चार युवकों को हिरासत में लेकर उन्हें चेतावनी दी और बाद में रिहा कर दिया। ये युवक — असगर हुसैनी, जलील याकूबी, अशोर अकबरी और दाऊद रसा — अक्सर जिब्रैल टाउनशिप की सड़कों पर ट्रेंच कोट, फ्लैट कैप और सूट पहनकर टहलते दिखाई देते थे। सोशल मीडिया पर इनके वीडियो वायरल होने के बाद कई लोगों ने इन्हें “जिब्रैल शेल्बीज़” कहा।
तालिबान के "नेकी और बुराई से रोकथाम मंत्रालय" ने इन्हें विदेशी संस्कृति फैलाने और फिल्म अभिनेताओं की नकल करने का आरोप लगाते हुए हिरासत में लिया। मंत्रालय के प्रवक्ता सैफ-उल-इस्लाम खैबर ने कहा कि यह पहनावा अफगान मूल्यों और पारंपरिक पोशाकों के खिलाफ है। उनके अनुसार, पश्चिमी, आधुनिक या मीडिया-प्रेरित कोई भी स्टाइल तालिबान के हिसाब से “अनुचित और गैर-इस्लामी” माना जाता है।
खैबर ने कहा, “हम मुसलमान और अफगान हैं। हमारे अपने धार्मिक और सांस्कृतिक मूल्य हैं। कपड़ों के मामले में हमारी अपनी पारंपरिक शैली है जिसे हमें बनाए रखना चाहिए।” उन्होंने यह भी बताया कि युवकों को समझाया गया, चेतावनी दी गई और उसके बाद छोड़ दिया गया। किसी औपचारिक "पुनर्वास कार्यक्रम" की पुष्टि नहीं की गई।
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हिरासत में लिए गए एक युवक ने कहा कि उसे सलाह दी गई है और अब वह ऐसे कपड़े नहीं पहनेगा। एक पूर्व इंटरव्यू में युवकों ने बताया था कि वे शो की फैशन स्टाइल से प्रेरित थे और अलग अंदाज़ में कपड़े पहनना पसंद करते हैं। उन्होंने कहा था कि लोग उन्हें देखकर तस्वीरें खिंचवाने तक रुक जाते थे। युवकों ने यह भी कहा था कि वे भविष्य में अफगानिस्तान के विभिन्न जातीय समूहों की पारंपरिक पोशाकें भी प्रदर्शित करना चाहते हैं।
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