अगर वह बंदरों के बीच बैठे तो पहचान नहीं पाएंगे : अखिलेश यादव का योगी आदित्यनाथ पर पलटवार
योगी आदित्यनाथ के “अप्पू, पप्पू, टप्पू” बयान पर अखिलेश यादव ने पलटवार करते हुए कहा कि अगर वह बंदरों के बीच बैठें तो कोई उन्हें पहचान नहीं पाएगा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विपक्षी नेताओं पर किए गए “तीन बंदर — अप्पू, पप्पू और टप्पू” वाले तंज पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने कहा, “अगर योगी आदित्यनाथ को बंदरों के झुंड में बैठा दिया जाए तो न आप उन्हें पहचान पाएंगे और न मैं।”
बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान अखिलेश यादव ने कहा, “भारतीय जनता पार्टी गांधीजी के तीन बंदरों को इसलिए याद कर रही है ताकि जनता का ध्यान असली मुद्दों से भटकाया जा सके। सच तो यह है कि अगर वह खुद बंदरों के बीच बैठ जाएं, तो कोई पहचान भी नहीं पाएगा।”
दरअसल, कुछ दिन पहले मुजफ्फरपुर में एक रैली के दौरान योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी महागठबंधन के नेताओं पर हमला बोलते हुए कहा था, “गांधीजी के तीन बंदर तो बुराई न देखने, न सुनने और न बोलने की सीख देते थे, लेकिन ये तीन बंदर — अप्पू, पप्पू और टप्पू (अखिलेश यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव) — बिहार की जनता को झूठ बोलकर फिर से जंगलराज लाना चाहते हैं।”
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योगी ने आगे कहा था कि आरजेडी के शासनकाल में हत्या, लूट और अपहरण की घटनाएं चरम पर थीं, जबकि अब नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने जनता से एनडीए को एक बार फिर समर्थन देने की अपील की।
बिहार में इस बार चुनावी मुकाबला एनडीए (जेडीयू, बीजेपी, लोजपा, हम) और महागठबंधन (आरजेडी, कांग्रेस, वाम दल, वीआईपी) के बीच है। पहला चरण कल और दूसरा 11 नवंबर को होगा, जबकि मतगणना 14 नवंबर को की जाएगी।
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