एमनेस्टी इंटरनेशनल का आरोप – इज़रायल जानबूझकर गाज़ा के फ़िलिस्तीनियों को भुखमरी की ओर धकेल रहा है
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आरोप लगाया कि इज़रायल गाज़ा में फ़िलिस्तीनियों को भुखमरी की ओर धकेल रहा है। इज़रायल ने आरोप खारिज किए, कहा सुरक्षा कारणों से ही सहायता पर सख़्त नियंत्रण है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल ने आरोप लगाया है कि इज़रायल गाज़ा पट्टी में फ़िलिस्तीनियों को जानबूझकर भुखमरी की ओर धकेल रहा है। संस्था का कहना है कि इज़रायल ने 22 महीने से जारी संघर्ष के दौरान गाज़ा में मानवीय सहायता की आपूर्ति को सख़्ती से सीमित कर दिया है। इससे आम नागरिकों को भोजन, पानी और दवाओं जैसी मूलभूत ज़रूरतें पूरी करने में कठिनाई हो रही है।
एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट में दावा किया गया कि इज़रायल की नीतियां अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून का उल्लंघन करती हैं और यह कार्रवाई युद्ध अपराध के दायरे में आ सकती है। रिपोर्ट के अनुसार, गाज़ा के बच्चों और बुजुर्गों में कुपोषण और भुखमरी की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
हालांकि, इज़रायल ने इन आरोपों को बार-बार खारिज किया है। उसका कहना है कि वह गाज़ा में जानबूझकर भुखमरी नहीं फैला रहा, बल्कि सुरक्षा कारणों से सहायता सामग्री की सख़्त जांच की जा रही है। इज़रायली अधिकारियों का कहना है कि वह मानवीय राहत सामग्री को गाज़ा पहुंचने की अनुमति देता है, लेकिन हमास को हथियार और सैन्य सामान पहुंचने से रोकना उसकी प्राथमिकता है।
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एमनेस्टी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वह गाज़ा में जारी मानवीय संकट को समाप्त करने के लिए दबाव डाले और सुनिश्चित करे कि नागरिकों तक पर्याप्त भोजन, दवा और ज़रूरी मदद पहुँचे।
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