बांग्लादेश में हिंसा पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख गुटेरेस की चिंता, दिल्ली में वीज़ा सेवाएं बंद
बांग्लादेश में हिंसा पर यूएन प्रमुख गुटेरेस ने चिंता जताई, वहीं सुरक्षा कारणों से दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग ने वीज़ा सेवाएं रोकीं और कोलकाता में विरोध प्रदर्शन हुए।
बांग्लादेश में जारी हिंसा और अस्थिरता को लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने गंभीर चिंता जताई है। इस बीच, नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश उच्चायोग ने “मौजूदा सुरक्षा स्थिति” का हवाला देते हुए वीज़ा जारी करने की सेवाएं अस्थायी रूप से रोक दी हैं। एक कूटनीतिक सूत्र ने सोमवार (22 दिसंबर, 2025) को यह जानकारी दी।
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब भारत ने भी बांग्लादेश में अपने वीज़ा आवेदन केंद्रों को बंद कर दिया था। इन केंद्रों को हाल ही में हिंसक भीड़ ने निशाना बनाया था। यह घटनाएं बांग्लादेश के चर्चित युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की 12 दिसंबर को अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद सामने आईं, जिसके बाद देश के कई हिस्सों में अशांति फैल गई।
सप्ताहांत के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक स्तर पर भी तनाव देखने को मिला। बताया गया कि कुछ लोग नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश मिशन के मुख्य द्वार पर पहुंचे और नारेबाज़ी की। आरोप है कि उन्होंने मिशन परिसर में मौजूद राजनयिकों को धमकियां भी दीं, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।
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इस बीच, पश्चिम बंगाल में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गईं। राज्य में विपक्ष के नेता और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुवेंदु अधिकारी तथा कांग्रेस नेताओं ने सोमवार को कोलकाता स्थित बांग्लादेश के उप उच्चायोग के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिंदुओं पर कथित हमलों के विरोध में किया गया।
प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के सदस्य दीपु चंद्र दास की कथित लिंचिंग का मुद्दा उठाया। यह घटना भी शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद फैली अशांति के बीच सामने आई है। नेताओं ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हिंसा के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने सभी पक्षों से संयम बरतने, हिंसा रोकने और नागरिकों, विशेष रूप से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है।