ब्रिक्स देशों ने संरक्षणवाद की आलोचना की, क़तर पर इज़राइल के हमलों की निंदा की
ब्रिक्स देशों ने संरक्षणवाद और एकतरफा व्यापार उपायों की आलोचना की। क़तर पर इज़राइल के हमलों की निंदा करते हुए, उन्होंने शांति और WTO नियमों के पालन पर जोर दिया।
ब्रिक्स देशों ने संरक्षणवाद (Protectionism) और व्यापार में एकतरफा टैरिफ व गैर-टैरिफ उपायों की बढ़ती प्रवृत्ति की कड़ी आलोचना की है। ब्रिक्स के बयान में कहा गया है कि ये उपाय व्यापार को विकृत करते हैं और विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों के अनुकूल नहीं हैं।
साथ ही, ब्रिक्स ने क़तर पर इज़राइल के हालिया हमलों की भी निंदा की। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि संघर्ष और हिंसा से केवल निर्दोष नागरिक प्रभावित होते हैं और यह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
ब्रिक्स देशों ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि ऐसे विवादों का कूटनीतिक और संवाद के जरिए शांतिपूर्ण समाधान निकाला जाए। उन्होंने कहा कि एकतरफा कदम और संरक्षणवादी नीतियाँ वैश्विक व्यापार में अस्थिरता पैदा करती हैं और विकासशील देशों के हितों को नुकसान पहुंचाती हैं।
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बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि ब्रिक्स सदस्य देशों का लक्ष्य है वैश्विक आर्थिक सहयोग और व्यापारिक समन्वय को मजबूत करना, ताकि सभी देशों को समान अवसर मिलें और अंतरराष्ट्रीय व्यापार न्यायसंगत तरीके से संचालित हो।
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रिक्स का यह रुख वैश्विक व्यापार और सुरक्षा मामलों में संगठन की बढ़ती भूमिका और गंभीर दृष्टिकोण को दर्शाता है। साथ ही, यह दुनिया को यह संदेश देता है कि व्यापार और सुरक्षा दोनों ही क्षेत्रों में नियमों और मानवाधिकारों का पालन आवश्यक है।
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