चीन ने अमेरिकी अपील को बताया धौंस, रूसी तेल पर टैरिफ लगाने की G7-नाटो पहल पर चेताया प्रतिरोधी कदमों से
चीन ने अमेरिकी अपील को ‘धौंस’ बताया और चेतावनी दी कि यदि G7-नाटो देश रूसी तेल पर आयात शुल्क लगाते हैं तो वह कड़े प्रतिरोधी कदम उठाएगा।
चीन ने अमेरिका द्वारा G7 और NATO देशों से रूसी तेल पर आयात शुल्क लगाने की अपील को कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बीजिंग ने इस कदम को ‘धौंस और दबाव’ (bullying) करार देते हुए चेतावनी दी है कि यदि ऐसा किया गया तो वह कड़े प्रतिरोधी कदम उठाएगा।
अमेरिका ने हाल ही में अपने सहयोगी देशों से आग्रह किया था कि रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने के लिए तेल और गैस के आयात पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाएं। इस पर चीन ने कहा कि यह कदम न केवल वैश्विक ऊर्जा बाजार को अस्थिर करेगा, बल्कि विकासशील देशों पर भारी आर्थिक बोझ डालेगा।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि अमेरिका अपनी भू-राजनीतिक रणनीति के लिए अंतरराष्ट्रीय आर्थिक व्यवस्था को बंधक बना रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि रूस पर आर्थिक दबाव डालने के नाम पर अमेरिका ऊर्जा संकट को और गहराने की कोशिश कर रहा है।
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बीजिंग ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि उसके हितों को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी नीति अपनाई गई, तो चीन उचित और ठोस प्रतिकार करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयान संकेत देता है कि चीन अमेरिका और पश्चिमी देशों के दबाव के खिलाफ रूस के साथ ऊर्जा सहयोग को और मजबूत कर सकता है।
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब यूक्रेन युद्ध को लेकर पश्चिमी देशों और रूस के बीच तनाव चरम पर है, और चीन ने खुद को रूस का अहम आर्थिक और रणनीतिक साझेदार बनाया हुआ है।
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