अमेरिका के जहाजों पर चीन ने विशेष पोर्ट शुल्क एक साल के लिए किया निलंबित
चीन ने अमेरिका के जहाजों पर लगाए गए विशेष पोर्ट शुल्क को एक वर्ष के लिए निलंबित किया। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव कम करने का संकेत है।
चीन ने सोमवार (10 नवंबर 2025) को घोषणा की कि वह अमेरिकी जहाजों पर लगाए गए “विशेष पोर्ट शुल्क” को एक वर्ष के लिए निलंबित कर रहा है। यह निर्णय वाशिंगटन द्वारा चीनी जहाजों पर लगाए गए समान शुल्क को रोकने के कदम के बाद लिया गया है। यह कदम दोनों महाशक्तियों के बीच चल रहे व्यापारिक तनाव में नरमी का संकेत माना जा रहा है।
बीते कुछ महीनों से अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक शुल्कों को लेकर टकराव जारी था। लेकिन पिछले महीने दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात के बाद दोनों देशों ने कुछ दंडात्मक कदमों को वापस लेने पर सहमति जताई थी। एक समय ऐसा भी आया था जब दोनों देशों के बीच शुल्क तीन अंकों के स्तर तक पहुंच गए थे, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बाधित हो गई थी।
चीन के परिवहन मंत्रालय के अनुसार, यह निलंबन सोमवार (10 नवंबर) दोपहर 1:01 बजे (जीएमटी 05:01) से प्रभावी हो गया। यह शुल्क उन जहाजों पर लागू था जो अमेरिकी निर्मित या संचालित थे और चीनी बंदरगाहों पर आते थे।
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इसके साथ ही, चीन ने दक्षिण कोरिया की प्रमुख जहाज निर्माण कंपनी हनवा ओशन की अमेरिकी सहायक कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों को भी एक वर्ष के लिए निलंबित कर दिया है। यह निर्णय अमेरिका द्वारा चीनी जहाजों पर पोर्ट शुल्क रोकने के बाद लिया गया।
इसके अलावा, चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्कों को एक वर्ष के लिए स्थगित कर दिया है और कुछ कृषि वस्तुओं जैसे सोयाबीन पर शुल्क कम किए हैं। चीन ने गैलियम, जर्मेनियम और एंटिमनी जैसे धातुओं पर निर्यात प्रतिबंध भी हटा लिए हैं।
यह कदम शी-जिनपिंग और ट्रंप की बैठक के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ती आर्थिक गर्माहट को कम करने के संकेत हैं।
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