SIR जनता पर थोपे गए उत्पीड़न का तरीका, वोट चोरी की साजिश: कांग्रेस
कांग्रेस ने SIR को जनता पर थोपे गए उत्पीड़न और वोट चोरी की साजिश बताया। खड़गे और राहुल गांधी ने इसे अव्यवस्थित प्रक्रिया कहते हुए चुनाव आयोग की निष्क्रियता पर सवाल उठाए।
कांग्रेस ने रविवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया को जनता पर थोपे गए “उत्पीड़न” और “सोची-समझी साजिश” करार दिया, जिसके जरिए नागरिकों को परेशान किया जा रहा है और वोट चोरी का रास्ता तैयार किया जा रहा है। पार्टी का कहना है कि जिन राज्यों में SIR लागू किया गया है, वहां बूथ-स्तरीय अधिकारियों (BLOs) की मौतें चिंता बढ़ा रही हैं, क्योंकि यह प्रक्रिया अव्यवस्थित, जल्दबाजी में और मनमाने ढंग से लागू की गई है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को कड़ी आलोचना के साथ उठाया। उन्होंने कहा कि SIR का वास्तविक उद्देश्य लोगों को “कागज़ात के जंगल” में उलझाकर थका देना है, ताकि असली मतदाता ही मतदान प्रक्रिया से दूर हो जाएं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि यह कवायद “ईमानदार मतदाताओं को थकाने और दूर करने की रणनीति” है।
खड़गे ने SIR की तुलना नोटबंदी और कोविड लॉकडाउन जैसे “हड़बड़ी और बिना योजना” वाले फैसलों से की। उन्होंने कहा कि भाजपा “चोरी हुई सत्ता के फल” का आनंद ले रही है, जबकि चुनाव आयोग एक “मूक दर्शक” की तरह खड़ा है। उन्होंने आयोग से सवाल किया कि वह इस अराजक और त्रासदपूर्ण प्रक्रिया पर चुप क्यों है, जबकि कई BLOs काम के दबाव के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।
और पढ़ें: दिल्ली में वोट चोरी के खिलाफ रैली में झारखंड से 5,000 से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल होंगे
कांग्रेस का कहना है कि आने वाले शीतकालीन सत्र में SIR का मुद्दा प्रमुख रूप से उठाया जाएगा। पार्टी ने केंद्र सरकार से मांग की कि इस प्रक्रिया को तुरंत रोका जाए और मतदाता सूची में संशोधन की किसी भी प्रक्रिया को पारदर्शी व व्यवस्थित तरीके से लागू किया जाए।
और पढ़ें: आरएसएस केवल सामाजिक सहयोग से चलता है, विदेशी फंडिंग से नहीं: योगी आदित्यनाथ