नए वीज़ा नियम: अमेरिका में एफ-1 वीज़ा छात्रों को पहले वर्ष में कोर्स या विश्वविद्यालय बदलने की अनुमति नहीं
नए वीज़ा नियमों के तहत अमेरिका में एफ-1 वीज़ा पर पढ़ रहे छात्र पहले वर्ष में कोर्स या विश्वविद्यालय नहीं बदल पाएंगे। शैक्षणिक कार्यक्रम बढ़ाने पर नया स्टैम्प अनिवार्य।
अमेरिका में पढ़ाई कर रहे एफ-1 वीज़ा धारक छात्रों के लिए नए वीज़ा नियम लागू किए गए हैं। अब छात्र अपने पहले वर्ष में न तो कोर्स बदल पाएंगे और न ही विश्वविद्यालय। यह कदम अमेरिकी सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों की पारदर्शिता बढ़ाने और वीज़ा प्रक्रिया को सख्त करने के उद्देश्य से उठाया है।
नए नियमों के अनुसार, यदि कोई छात्र अपने शैक्षणिक कार्यक्रम की अवधि बढ़ाना चाहता है, तो उसे पासपोर्ट पर नया वीज़ा स्टैम्प लगवाना अनिवार्य होगा। पहले यह प्रक्रिया केवल दस्तावेज़ी स्तर पर पूरी की जाती थी, लेकिन अब इसे अधिक औपचारिक और निगरानी योग्य बनाया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन बदलावों से छात्रों के लिए लचीलापन कम हो जाएगा। पहले छात्र अपनी पढ़ाई के पहले वर्ष में ही बेहतर कोर्स या विश्वविद्यालय चुनने का विकल्प रखते थे, लेकिन अब उन्हें शुरुआत में ही अपने निर्णय को लेकर पूरी तरह आश्वस्त होना होगा।
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भारतीय छात्रों पर भी इसका असर पड़ सकता है, क्योंकि अमेरिका में एफ-1 वीज़ा पर पढ़ने वालों में भारतीय छात्रों की बड़ी संख्या शामिल है। यह नियम उन्हें कोर्स बदलने या स्थानांतरण की स्वतंत्रता से वंचित करेगा और शैक्षणिक योजनाओं में अनिश्चितता पैदा कर सकता है।
अमेरिकी सरकार का तर्क है कि इन सख्त प्रावधानों से वीज़ा दुरुपयोग कम होगा और विदेशी छात्रों के रिकॉर्ड को सही तरीके से ट्रैक किया जा सकेगा।
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