अमेरिका की निंदा, स्पेन का स्वागत: फ्रांस द्वारा फिलिस्तीन को मान्यता देने पर मिला-जुला वैश्विक प्रतिक्रिया
फ्रांस द्वारा फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता देने पर अमेरिका ने कड़ी निंदा की, जबकि स्पेन ने इस कदम का स्वागत किया। अब 142 देश फिलिस्तीन को मान्यता दे चुके हैं।
फ्रांस द्वारा फिलिस्तीन को स्वतंत्र राज्य के रूप में मान्यता देने के ऐलान पर वैश्विक प्रतिक्रिया सामने आई है। अमेरिका ने इस निर्णय की निंदा करते हुए इसे इसराइल-फिलिस्तीन संघर्ष के समाधान की दिशा में अवरोध बताया है, जबकि स्पेन ने फ्रांस के इस कदम का खुले दिल से स्वागत किया है।
फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों द्वारा की गई इस ऐतिहासिक घोषणा के बाद अब फिलिस्तीन को मान्यता देने वाले या ऐसा करने की योजना बनाने वाले देशों की संख्या बढ़कर कम से कम 142 हो गई है। यह आंकड़ा एएफपी की गणना के अनुसार है। यह निर्णय इसराइल और अमेरिका की स्पष्ट आपत्तियों को दरकिनार कर लिया गया है।
अमेरिका ने इस घोषणा को "असमय" और "एकतरफा" बताया है, और कहा है कि इससे मध्य-पूर्व में शांति प्रक्रिया को नुकसान पहुंचेगा। वहीं, स्पेन ने इसे न्याय और स्थायी समाधान की दिशा में एक साहसी कदम करार दिया है। स्पेन के प्रधानमंत्री ने कहा कि फिलिस्तीनियों के आत्मनिर्णय के अधिकार को मान्यता देना अंतरराष्ट्रीय न्याय के मूल सिद्धांतों के अनुरूप है।
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इस घटनाक्रम ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर फिलिस्तीन की स्थिति को और मजबूती दी है, और इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष पर एक बार फिर वैश्विक बहस को तेज कर दिया है। यह देखा जाना बाकी है कि इससे क्षेत्रीय स्थिरता और शांति प्रक्रिया पर क्या दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा।
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