गाज़ा सहायता बेड़े पर ड्रोन हमले का दावा, ट्यूनीशिया ने किया खंडन
गाज़ा सहायता बेड़े ने ड्रोन हमले का दावा किया, लेकिन ट्यूनीशिया ने इसे खारिज किया। सरकार ने कहा, किसी ड्रोन की मौजूदगी नहीं मिली, बेड़े की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।
गाज़ा की नाकेबंदी तोड़ने के उद्देश्य से रवाना हुआ सहायता बेड़ा विवादों में आ गया है। बेड़े ने दावा किया है कि उस पर ड्रोन से हमला हुआ, लेकिन ट्यूनीशिया सरकार ने इस दावे को खारिज कर दिया।
यह बेड़ा सप्ताहांत में ट्यूनीशिया पहुंचा था और सिदी बौ सईद के तट पर लंगर डाले हुए था, जब इसके प्रतिनिधियों ने कथित ड्रोन हमले की सूचना दी। उन्होंने कहा कि इस हमले से बेड़े की सुरक्षा और मिशन दोनों खतरे में पड़ गए हैं। हालांकि, ट्यूनीशिया के अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि उनके रडार या निगरानी प्रणालियों में किसी भी ड्रोन की उपस्थिति दर्ज नहीं की गई।
यह बेड़ा गाज़ा पट्टी तक आवश्यक सहायता सामग्री पहुँचाने के उद्देश्य से चलाया गया है। आयोजकों का कहना है कि इज़राइल की नाकेबंदी मानवीय संकट को गहरा कर रही है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस स्थिति पर ध्यान देना चाहिए।
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ट्यूनीशियाई सरकार ने कहा कि वह बेड़े की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही है, लेकिन ड्रोन हमले की खबरों की पुष्टि के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं को बिना प्रमाण के प्रचारित करना तनाव को और बढ़ा सकता है।
विश्लेषकों का मानना है कि यह घटना इज़राइल-फ़िलिस्तीन संघर्ष की संवेदनशीलता को और उजागर करती है, जिसमें मानवीय सहायता तक राजनीतिक विवादों में घिर जाती है।
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