गाज़ा संघर्षविराम पर फिर संकट, इज़राइल और हमास में गोलीबारी और एक-दूसरे पर आरोप
गाज़ा संघर्षविराम फिर तनाव में है। नेतन्याहू के हमले के आदेश और हमास की देरी ने समझौते पर दबाव बढ़ाया, जबकि अमेरिका ने शांति बनाए रखने की अपील की।
गाज़ा में संघर्षविराम एक बार फिर तनाव में आ गया है, जब इज़राइल और हमास के बीच गोलीबारी और आपसी आरोपों का सिलसिला शुरू हो गया। मंगलवार (28 अक्टूबर 2025) को इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सेना को “शक्तिशाली हमले” करने का आदेश दिया, जबकि हमास ने बंधक के शव को सौंपने में देरी करने की घोषणा की।
संघर्षविराम का यह उल्लंघन उस समय हुआ जब हमास ने सोमवार को एक शव के अवशेष लौटाए, जिन्हें इज़राइल ने युद्ध के दौरान मारे गए एक बंधक का हिस्सा बताया। नेतन्याहू ने इसे संघर्षविराम की “स्पष्ट उल्लंघन” करार दिया और कहा कि हमास को इसके लिए “भारी कीमत” चुकानी होगी।
इज़राइल ने अमेरिका को पहले ही सूचित कर दिया था कि वह हमले करने जा रहा है। गाज़ा सिटी और दीर अल-बलाह में गोलाबारी और विस्फोटों की आवाज़ें सुनी गईं। रिपोर्टों के अनुसार, कुछ हमले शिफा अस्पताल के पास भी हुए। वहीं, रफ़ा में इज़राइली सैनिकों पर गोलीबारी की घटना के बाद सेना ने जवाबी फायरिंग की। हमास ने इसमें अपनी भूमिका से इनकार करते हुए इज़राइल पर “संघर्षविराम के खुले उल्लंघन” का आरोप लगाया।
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अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस ने कहा कि संघर्षविराम अभी कायम है, हालांकि “छोटी-मोटी झड़पें” संभव हैं।
10 अक्टूबर को लागू हुआ संघर्षविराम अब तक कई बार परखा जा चुका है, लेकिन पूरी तरह टूटा नहीं है। फिलहाल गाज़ा में 13 बंधकों के शव अभी भी मौजूद हैं और दोनों पक्षों के बीच उनकी वापसी को लेकर तनाव बना हुआ है। मिस्र की टीम खान यूनिस और नुसेरात में शवों की खोज में लगी हुई है।
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