यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए 28-सूत्रीय शांति योजना का हंगरी का समर्थन, यूरोपीय देशों से भी सहयोग की अपील
हंगरी ने यूक्रेन युद्ध समाप्त करने के लिए 28-सूत्रीय शांति योजना को बड़ा अवसर बताया। विदेश मंत्री ने यूरोपीय नेताओं से बिना शर्त समर्थन देने और शांति पहल बाधित न करने की अपील की।
हंगरी के विदेश मंत्री पीटर सिज़ियार्टो ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रस्तावित 28-सूत्रीय शांति योजना यूरोप के लिए एक बड़ा अवसर है और हर यूरोपीय राजनेता का दायित्व है कि वे इस योजना का पूर्ण और बिना किसी शर्त के समर्थन करें।
उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ पश्चिमी यूरोपीय नेता इस महत्वपूर्ण शांति पहल को बाधित करने की कोशिश कर रहे हैं, जो यूक्रेन में जारी संघर्ष को समाप्त करने का अवसर हो सकता है।
यह बयान उस समय आया है जब रविवार को यूरोपीय देशों ने अमेरिका की मूल यूक्रेन शांति योजना में संशोधन कर उसका एक संशोधित संस्करण प्रस्तुत किया। इस नए संस्करण में अमेरिका के उस प्रस्ताव का विरोध किया गया है जिसमें यूक्रेन की सैन्य क्षमता पर सीमाएं लगाने और कुछ क्षेत्रीय रियायतें देने की बात शामिल थी।
यूरोपीय पक्ष का मानना है कि ऐसे प्रतिबंध न केवल यूक्रेन की संप्रभुता को प्रभावित करेंगे, बल्कि उसे भविष्य की सुरक्षा चुनौतियों के प्रति कमजोर भी बना देंगे। इसलिए संशोधित योजना को यूक्रेन के हितों और यूरोपीय सुरक्षा ढांचे के अनुरूप होना चाहिए।
हंगरी, जो अक्सर यूरोपीय संघ की मुख्यधारा की नीतियों से अलग रुख अपनाता है, ने इस योजना को युद्ध समाप्त करने की दिशा में एक “व्यावहारिक और आवश्यक प्रयास” बताया है।
सिज़ियार्टो ने कहा कि वर्तमान भू-राजनीतिक माहौल में यूरोप को एकजुट होकर यूक्रेन में शांति स्थापित करने के लिए प्रयास तेज करने चाहिए, क्योंकि यह न केवल क्षेत्रीय स्थिरता बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिए भी महत्वपूर्ण है।
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