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चक्रवात से तबाह श्रीलंका की मदद को आईएमएफ ने 206 मिलियन डॉलर की आपात सहायता मंजूर की

आईएमएफ ने चक्रवात दितवाह से प्रभावित श्रीलंका को 206 मिलियन डॉलर की आपात सहायता दी है, जिससे मानवीय जरूरतों, पुनर्निर्माण और आर्थिक स्थिरता को सहारा मिलेगा।

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चक्रवात दितवाह से बुरी तरह प्रभावित श्रीलंका की सहायता के लिए 206 मिलियन डॉलर की आपात वित्तीय मदद को मंजूरी दे दी है। यह सहायता आईएमएफ के रैपिड फाइनेंस इंस्ट्रूमेंट के तहत दी जा रही है, जिसका उद्देश्य आपदा से उत्पन्न तत्काल जरूरतों को पूरा करना और देश की व्यापक आर्थिक स्थिरता को बनाए रखना है।

वॉशिंगटन स्थित आईएमएफ ने शुक्रवार (19 दिसंबर, 2025) को जारी एक बयान में कहा कि इस भीषण चक्रवात ने द्वीपीय देश में व्यापक तबाही मचाई है और अब तक 643 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। आपदा के कारण गंभीर मानवीय संकट पैदा हुआ है और पुनर्निर्माण की तत्काल जरूरत सामने आई है, जिससे सरकारी वित्त और भुगतान संतुलन पर भारी दबाव पड़ा है।

आईएमएफ ने कहा कि रैपिड फाइनेंस इंस्ट्रूमेंट के तहत दी गई यह आपात सहायता इन वित्तीय दबावों को कम करने में मदद करेगी। संस्था ने यह भी बताया कि चक्रवात की तबाही ऐसे समय में आई, जब श्रीलंका के लिए 2.9 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज की पांचवीं समीक्षा लगभग पूरी होने वाली थी।

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आईएमएफ के अनुसार, चक्रवात के आर्थिक प्रभावों का आकलन करने और यह तय करने में समय लगेगा कि आईएमएफ समर्थित कार्यक्रम श्रीलंका के पुनर्वास और पुनर्निर्माण प्रयासों को सर्वोत्तम तरीके से कैसे समर्थन दे सकता है। इसी कारण पांचवीं समीक्षा को फिलहाल टाल दिया गया है। आईएमएफ ने कहा कि 2026 की शुरुआत में उसका एक मिशन दल श्रीलंका का दौरा करेगा और बातचीत फिर से शुरू करेगा।

मार्च 2023 में आईएमएफ और श्रीलंका के बीच 48 महीने की विस्तृत फंड सुविधा पर समझौता हुआ था, जिसमें कल्याणकारी शासन व्यवस्था से जुड़े कड़े सुधार शामिल थे। यह समझौता उस समय किया गया था, जब श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे गंभीर आर्थिक संकट और पहले संप्रभु ऋण डिफॉल्ट का सामना कर रहा था।

आईएमएफ के फैसले से कुछ घंटे पहले ही श्रीलंकाई संसद ने बिना मतदान के 500 अरब श्रीलंकाई रुपये के अनुपूरक बजट अनुमान को मंजूरी दी थी, जिसे सरकार ने आपदा से प्रभावित लोगों की आजीविका बहाल करने के लिए जरूरी बताया।

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