विवादित दक्षिण चीन सागर में भारत और फिलीपींस की संयुक्त नौसैनिक कवायद
भारत और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में दो दिवसीय संयुक्त नौसैनिक अभ्यास किया। फिलीपींस सेना प्रमुख ने इसे सफल बताया और भविष्य में और संयुक्त अभ्यास की उम्मीद जताई।
भारत और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर के विवादित क्षेत्र में संयुक्त नौसैनिक अभ्यास और समुद्री गश्त का आयोजन किया। यह दो दिवसीय सैन्य कवायद दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग और रक्षा साझेदारी को मजबूत करने के उद्देश्य से की गई।
फिलीपींस सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ जनरल रोमियो ब्राउनर ने बताया कि संयुक्त नौसैनिक अभ्यास अब तक बेहद सफल रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास से दोनों देशों की नौसेनाओं के बीच आपसी तालमेल और समुद्री सुरक्षा क्षमताओं में सुधार होगा।
ब्राउनर ने यह भी आशा जताई कि भविष्य में फिलीपींस की सेनाएं भारत की सैन्य ताकत के साथ और अधिक संयुक्त युद्धाभ्यास और मैन्यूवर्स में हिस्सा लेंगी। उनका कहना है कि इस तरह के अभ्यास क्षेत्रीय सुरक्षा, नौवहन स्वतंत्रता और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में स्थिरता बनाए रखने में मददगार साबित होंगे।
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अभ्यास के दौरान दोनों देशों की नौसेनाओं ने समुद्री गश्त, रणनीतिक समन्वय, आपसी संचार प्रणाली को बेहतर बनाने और आपदा राहत अभियानों में सहयोग जैसे कई अहम अभ्यास किए। यह कदम दक्षिण चीन सागर में चीन के बढ़ते दावों और आक्रामक गतिविधियों के बीच विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि इस तरह के अभ्यास न केवल रक्षा संबंधों को मजबूत करते हैं, बल्कि समुद्री साझेदारी और क्षेत्रीय सहयोग को भी नई दिशा देते हैं। भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि उसका उद्देश्य क्षेत्र में शांति, स्थिरता और स्वतंत्र नौवहन को बढ़ावा देना है।
विश्लेषकों का मानना है कि भारत और फिलीपींस के बीच यह सहयोग दक्षिण चीन सागर में संतुलन कायम रखने और इंडो-पैसिफिक में सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने की दिशा में अहम कदम है।
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