इंडोनेशिया में माउंट बुर नी टेलोंग ज्वालामुखी की गतिविधि बढ़ी, अलर्ट स्तर दूसरे सबसे ऊंचे स्तर पर
इंडोनेशिया के आचेह प्रांत में माउंट बुर नी टेलोंग ज्वालामुखी की गतिविधि बढ़ने पर अलर्ट स्तर बढ़ाया गया है। भूकंपीय झटकों के चलते लोगों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है।
इंडोनेशिया के पश्चिमी प्रांत आचेह में स्थित माउंट बुर नी टेलोंग ज्वालामुखी की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए वहां के अधिकारियों ने अलर्ट स्तर बढ़ा दिया है। बुधवार (31 दिसंबर 2025) को अधिकारियों ने बताया कि ज्वालामुखी के लिए चेतावनी स्तर को तीसरे स्तर से बढ़ाकर दूसरे सबसे ऊंचे स्तर पर कर दिया गया है। यह फैसला हाल के दिनों में बढ़े भूकंपीय और ज्वालामुखीय झटकों के बाद लिया गया।
ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय के भूवैज्ञानिक एजेंसी की कार्यवाहक प्रमुख लाना सारिया ने बताया कि 2,624 मीटर ऊंचे इस स्ट्रैटोवोल्केनो में मंगलवार शाम (30 दिसंबर 2025) कम से कम सात भूकंप दर्ज किए गए, जिनके झटके करीब पांच किलोमीटर दूर तक महसूस किए गए। इसके अलावा सिस्मोग्राफ पर सात उथले ज्वालामुखीय भूकंप, 14 गहरे भूकंप और दो विवर्तनिक भूकंप भी दर्ज किए गए।
उन्होंने कहा कि दृश्य और यांत्रिक निगरानी के परिणामों से यह स्पष्ट हुआ है कि ज्वालामुखी की गतिविधि में लगातार वृद्धि हो रही है, जिसके चलते चेतावनी स्तर बढ़ाने का निर्णय लिया गया। अधिकारियों के अनुसार जुलाई से भूकंपीय गतिविधि जारी है, जो पिछले दो महीनों में अधिक तीव्र और उथली हो गई है। स्थानीय विवर्तनिक घटनाओं के बाद आने वाले झटके इस बात का संकेत देते हैं कि मैग्मा गतिविधि आसानी से सक्रिय हो सकती है।
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हालांकि फिलहाल क्रेटर से धुआं नहीं निकल रहा है, लेकिन वैज्ञानिकों ने संभावित विस्फोट, फ्रीएटिक ब्लास्ट और खतरनाक ज्वालामुखीय गैसों को लेकर चेतावनी दी है, विशेषकर फ्यूमरोल और सोल्फाटारा क्षेत्रों में। अधिकारियों ने लोगों से कम से कम चार किलोमीटर की दूरी बनाए रखने और खराब मौसम में इन गैस उत्सर्जन क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।
यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की गई है जब बेनेर मेरियाह क्षेत्र इस महीने आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन से उबर रहा है, जिसमें हजारों लोग प्रभावित हुए थे। The Indian Witness के अनुसार, क्रेटर से दो किलोमीटर के दायरे में स्थित तीन गांवों से लोगों को एहतियातन निकाला जा रहा है।
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