ईरान: प्रतिबंधों के पुनः लागू होने को रोकने के लिए पूरी ताकत से वार्ता
ईरान ने कहा कि वह प्रतिबंधों के पुनः लागू होने से रोकने के लिए पूरी ताकत से वार्ता कर रहा है और इसे नागरिकों के खिलाफ मानसिक युद्ध नहीं बनने देगा।
ईरान ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों के पुनः लागू (snapback) होने को रोकने के लिए पूरी ताकत से वार्ता कर रहा है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाकाई ने यह बयान देते हुए कहा कि देश अपनी नागरिक सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
बकाई ने जोर देकर कहा कि ईरान इस मुद्दे को हमारे नागरिकों के खिलाफ मानसिक युद्ध का उपकरण बनने नहीं देगा। उन्होंने कहा कि देश की प्राथमिकता अपनी जनता की सुरक्षा, आर्थिक विकास और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखना है।
ईरान और पश्चिमी देशों के बीच परमाणु समझौते को लेकर लगातार वार्ता चल रही है। बकाई ने कहा कि ईरान कानूनी और कूटनीतिक रास्तों का उपयोग करते हुए प्रतिबंधों के प्रभाव को कम करने की पूरी कोशिश कर रहा है। उनका कहना था कि किसी भी तरह के आर्थिक या राजनीतिक दबाव को स्वीकार नहीं किया जाएगा, जो ईरानी नागरिकों और देश की संप्रभुता को प्रभावित कर सके।
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विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान की यह प्रतिक्रिया अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और वैश्विक व्यापार पर भी असर डाल सकती है। ईरान अपने ऊर्जा संसाधनों और आर्थिक हितों की सुरक्षा के लिए सक्रिय रूप से रणनीति विकसित कर रहा है।
बकाई ने सभी पक्षों से संवाद और समझौते के लिए सहमति की अपील की और कहा कि ईरान अपने अधिकारों और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए तैयार है।
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