गांव खत्म हो जाएगा: बच्चों की घटती संख्या पर इटली में मची हलचल, बढ़ती जनसंख्या गिरावट से सरकार चिंतित
इटली में जन्म दर तेजी से घट रही है, जिससे गांवों का अस्तित्व संकट में है। सरकार इस जनसांख्यिकीय गिरावट को रोकने के लिए समाधान की तलाश में जुटी है।
इटली के कई छोटे गांवों में अब बच्चों की आवाज़ें सुनाई देना बंद हो गई हैं। देश में जन्म दर (birth rate) लगातार गिर रही है, और अब यह संकट इतना गहरा हो गया है कि कुछ गांवों के लोगों को कहना पड़ रहा है, "अगर यही हाल रहा तो हमारा गांव मर जाएगा।"
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, इटली की जनसंख्या तेजी से घट रही है। 2023 में देश में जितने बच्चों का जन्म हुआ, वह आंकड़ा इतिहास का सबसे कम रहा। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में हालात और भी खराब हैं, जहां युवा नौकरी और बेहतर जीवन की तलाश में शहरों की ओर पलायन कर रहे हैं। पीछे रह जाते हैं बुजुर्ग, खाली स्कूल और वीरान गलियां।
इटली की सरकार ने इस संकट को "राष्ट्रीय आपातकाल" करार दिया है। प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी और उनकी टीम जन्म दर बढ़ाने के उपायों पर काम कर रही है, जिसमें माता-पिता को वित्तीय सहायता, कर छूट, और कामकाजी माताओं को बेहतर सुविधाएं देना शामिल है।
कुछ गांवों में स्थानीय प्रशासन प्रवासियों को बसाने, और यहां तक कि नए दंपतियों को पैसे देकर बसने के लिए प्रेरित करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह सांस्कृतिक और आर्थिक बदलाव का परिणाम है, जिसे केवल सरकारी योजनाओं से उलटना आसान नहीं होगा।
इटली के गांवों का भविष्य अब इस बात पर निर्भर करता है कि सरकार और समाज मिलकर इस गहराते जनसांख्यिकीय संकट का स्थायी समाधान निकाल पाएंगे या नहीं।