पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन कांग्रेस में शामिल, अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में दिया था इस्तीफा
पूर्व आईएएस कन्नन गोपीनाथन कांग्रेस में शामिल हुए। उन्होंने 2019 में अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में इस्तीफा दिया था। अब लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की बात कही।
पूर्व आईएएस अधिकारी कन्नन गोपीनाथन रविवार को औपचारिक रूप से कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए। गोपीनाथन ने वर्ष 2019 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जब केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने का निर्णय लिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि यह फैसला लोकतांत्रिक मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के खिलाफ है।
कन्नन गोपीनाथन, जो पहले दादरा और नगर हवेली में बतौर आईएएस अधिकारी तैनात थे, ने इस्तीफे के बाद से ही लोकतांत्रिक अधिकारों, नागरिक स्वतंत्रता और शासन की पारदर्शिता के मुद्दों पर सक्रिय भूमिका निभाई है। वे लगातार नागरिक समाज से जुड़े अभियानों और सार्वजनिक विमर्शों में भाग लेते रहे हैं।
कांग्रेस में शामिल होते समय गोपीनाथन ने कहा कि उन्हें लगता है कि “आज भारत को एक ऐसी राजनीतिक शक्ति की जरूरत है जो लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा कर सके और संविधान की भावना को जीवित रखे।” उन्होंने जोड़ा कि कांग्रेस पार्टी में शामिल होना उनके लिए एक स्वाभाविक कदम है, क्योंकि पार्टी का इतिहास संविधान और नागरिक अधिकारों की रक्षा से जुड़ा रहा है।
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कांग्रेस नेताओं ने उनका स्वागत करते हुए कहा कि गोपीनाथन जैसे व्यक्तित्व पार्टी के लिए प्रेरणादायक हैं, जो देश के युवाओं में ईमानदारी, जवाबदेही और संवैधानिक चेतना का संदेश देंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि गोपीनाथन की कांग्रेस में एंट्री से पार्टी को युवाओं और बुद्धिजीवी वर्ग में नई ऊर्जा मिल सकती है, खासकर दक्षिण भारत में।
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