विपक्ष का हंगामा जारी रहा तो शोर-शराबे में ही बिल पास करने को मजबूर होगी सरकार: किरेन रिजिजू
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि संसद में विपक्ष का हंगामा जारी रहा तो सरकार शोर-शराबे में ही विधेयक पारित करने को मजबूर होगी। चुनाव आयोग की प्रशासनिक कार्रवाई पर बहस संभव नहीं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को स्पष्ट किया कि संसद में विपक्ष का हंगामा और विरोध प्रदर्शन अगर इसी तरह जारी रहा तो सरकार मजबूरन शोर-शराबे के बीच ही विधेयकों को पारित करेगी। उन्होंने कहा कि संसद की कार्यवाही को बाधित करने से देशहित के महत्वपूर्ण विधेयक अटक जाएंगे, जिसे सरकार अनुमति नहीं दे सकती।
रिजिजू ने कहा कि चुनाव आयोग द्वारा शुरू की गई विशेष सुधार पहल (SIR) पर संसद में बहस संभव नहीं है क्योंकि यह चुनाव आयोग की प्रशासनिक कार्रवाई और कार्यप्रणाली का हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि संसद का मंच नीतिगत और विधायी मुद्दों पर चर्चा के लिए है, जबकि चुनाव आयोग की प्रशासनिक गतिविधियों पर संसद में बहस करना परंपरागत रूप से सही नहीं माना जाता।
उन्होंने विपक्ष से अपील की कि वे संसद में रचनात्मक भूमिका निभाएं और सरकार के साथ मिलकर जनहित के मुद्दों पर सार्थक चर्चा करें। रिजिजू ने कहा, “अगर विपक्ष केवल नारेबाजी और हंगामे में समय बर्बाद करेगा तो हम देशहित में विधेयकों को आगे बढ़ाने के लिए बाध्य होंगे।”
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संसदीय कार्यवाही में हाल ही में कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा नहीं हो पाई है क्योंकि विपक्ष लगातार विभिन्न मुद्दों पर विरोध प्रदर्शन कर रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि यह गतिरोध लंबे समय तक जारी रहता है, तो सरकार को शोरगुल के बीच ही विधेयक पारित करने का कदम उठाना पड़ सकता है, जिससे संसद की गरिमा पर भी असर पड़ सकता है।
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