मैक्रॉन ने कहा: अगर ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार चाहते हैं तो गाजा युद्ध रोकें
मैक्रॉन ने कहा कि ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार जीतना है तो गाजा युद्ध रोकें; कंबोडिया, इजराइल और पाकिस्तान ने उन्हें शांति संधियों के लिए नामांकित किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा है कि अगर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नोबेल शांति पुरस्कार जीतना चाहते हैं, तो उन्हें गाजा युद्ध को रोकने की दिशा में कदम उठाना चाहिए। मैक्रॉन ने यह टिप्पणी अंतरराष्ट्रीय मंच पर ट्रंप के नोबेल पुरस्कार के लिए नामांकन को लेकर की।
रिपोर्ट्स के अनुसार, कई देशों ने डोनाल्ड ट्रंप को वार्षिक नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित किया है। इनमें कंबोडिया, इजराइल और पाकिस्तान जैसे देश शामिल हैं। इन देशों का तर्क है कि ट्रंप ने विभिन्न शांति समझौतों और युद्धविराम संधियों में मध्यस्थता की भूमिका निभाई है।
मैक्रॉन ने कहा कि शांति पुरस्कार केवल कूटनीतिक प्रयासों और समझौतों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह उस व्यक्ति को दिया जाना चाहिए जो वास्तविक संघर्ष क्षेत्रों में स्थायी शांति स्थापित करने में मदद करता है। उन्होंने जोर दिया कि गाजा में जारी संघर्ष को समाप्त करना एक महत्वपूर्ण कदम होगा और यह ट्रंप के शांति प्रयासों को और मजबूत कर सकता है।
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विशेषज्ञों का मानना है कि मैक्रॉन की टिप्पणी केवल व्यक्तिगत राय नहीं है, बल्कि यह वैश्विक दृष्टिकोण को दर्शाती है कि शांति पुरस्कार में वास्तविक प्रभाव और परिणामों को महत्व दिया जाता है। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय ट्रंप से अधिक सक्रिय और परिणामोन्मुखी भूमिका की उम्मीद कर रहा है।
ट्रंप के नामांकन और मैक्रॉन के बयान ने अंतरराष्ट्रीय मीडिया और कूटनीतिक गलियारों में व्यापक चर्चा छेड़ दी है। अब यह देखना बाकी है कि शांति पुरस्कार समिति इस बार किसे सम्मानित करती है और वैश्विक शांति प्रयासों में यह कदम किस तरह प्रभाव डालता है।
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