पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इज़रायली आक्रामकता के खिलाफ मुस्लिम एकता की अपील की
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने इज़रायली आक्रामकता की निंदा करते हुए मुस्लिम देशों से एकजुट होने की अपील की। उन्होंने फिलिस्तीनियों के अधिकारों की रक्षा हेतु ठोस वैश्विक रणनीति की आवश्यकता बताई।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर इज़रायली आक्रामकता की निंदा करते हुए मुस्लिम देशों से एकजुट होकर प्रतिक्रिया देने की अपील की है। हाल ही में गाज़ा और अन्य फिलिस्तीनी क्षेत्रों में इज़रायली सैन्य कार्रवाई के बाद बढ़ते तनाव को देखते हुए यह बयान दिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुस्लिम उम्माह (समुदाय) को अब समय आ गया है कि वे राजनीतिक और कूटनीतिक स्तर पर एक साझा रणनीति बनाएं, ताकि फिलिस्तीनियों के अधिकारों और जीवन की रक्षा की जा सके। उन्होंने यह भी जोर दिया कि केवल बयानबाजी से काम नहीं चलेगा, बल्कि ठोस कदम उठाने होंगे।
उन्होंने इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से उठाने का सुझाव दिया। साथ ही, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि पाकिस्तान हमेशा से फिलिस्तीन के मुद्दे पर उसके साथ खड़ा रहा है और आगे भी रहेगा।
और पढ़ें: उत्तराखंड आपदा प्रभावित क्षेत्रों के लिए पीएम मोदी ने ₹1,200 करोड़ की सहायता की घोषणा
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर पश्चिमी देशों से अपील की कि वे इज़रायल पर दबाव डालें और संघर्षविराम सुनिश्चित करें। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि स्थिति पर नियंत्रण नहीं पाया गया तो इससे पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता और बढ़ सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान इस बयान के जरिए मुस्लिम दुनिया में अपनी नेतृत्वकारी भूमिका को मजबूत करना चाहता है। वहीं, यह कदम घरेलू राजनीति में भी जनता को साधने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि पाकिस्तान में फिलिस्तीन के प्रति गहरी सहानुभूति मौजूद है।
और पढ़ें: विधानसभा चुनाव से पहले बिहार दौरे पर BJP का शीर्ष नेतृत्व