गाजा के डॉक्टरों के अनुसार, इज़राइल से लौटाए गए फिलिस्तीनी शवों में यातना और फांसी के निशान
गाजा के डॉक्टरों ने बताया कि इज़राइल से लौटाए गए फिलिस्तीनी शवों में यातना और फांसी के निशान पाए गए। मानवाधिकार संगठन स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं।
गाजा के डॉक्टरों ने बताया कि इज़राइल से लौटाए गए फिलिस्तीनी शवों में गंभीर यातना और संभावित फांसी के स्पष्ट संकेत पाए गए हैं। यह जानकारी 16 अक्टूबर को सामने आई, और इसे अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार समुदाय में चिंता का विषय माना जा रहा है। डॉक्टरों ने शवों की प्राथमिक जांच में कई ऐसे निशान पाए जो आम चोट या युद्ध संघर्ष से संबंधित नहीं हैं।
डॉक्टरों ने कहा कि शवों पर चोट के निशान, गहरे दाग और शरीर के विभिन्न हिस्सों में अभावजन्य चोटें हैं, जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि इन लोगों को प्रताड़ित किया गया और संभवतः निष्पादित किया गया। गाजा में अस्पतालों और मोर्चों पर कार्यरत चिकित्सक इस स्थिति को गंभीर मानते हैं।
मानवाधिकार संगठनों ने भी इस मुद्दे पर चिंता जताई है और इज़राइल से शवों की बरामदगी और इन घटनाओं की स्वतंत्र जांच की मांग की है। रिपोर्टों के अनुसार, मृतक फिलिस्तीनी नागरिकों के परिवारों ने भी यह दावा किया है कि उनके परिवारजन को बिना उचित प्रक्रिया के हिरासत में लिया गया और बाद में मृत पाया गया।
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विशेषज्ञों का कहना है कि यह घटनाएं इज़राइल और फिलिस्तीनी संघर्ष में बढ़ते तनाव और हिंसा को दर्शाती हैं। इसके अलावा, यह अंतरराष्ट्रीय कानून और मानवाधिकार नियमों के उल्लंघन के गंभीर आरोप उठाते हैं।
गाजा और इज़राइल के बीच हाल की हिंसक घटनाओं के बाद यह मामला और अधिक संवेदनशील हो गया है। डॉक्टरों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जल्द हस्तक्षेप और निष्पक्ष जांच की अपील की है।
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