एसआईआर को लेकर मतुआ समुदाय की चिंताओं के बीच पीएम मोदी शनिवार को बंगाल में पहली रैली को संबोधित करेंगे
ड्राफ्ट एसआईआर सूची जारी होने के बाद पीएम मोदी शनिवार को बंगाल में पहली रैली करेंगे। मतुआ समुदाय की चिंताओं के बीच वह नदिया में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार, 20 दिसंबर 2025 को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले का दौरा करेंगे, जहां वह राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और एक जनसभा को संबोधित करेंगे। यह दौरा राज्य में चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन—SIR) प्रक्रिया को लेकर बढ़े राजनीतिक तनाव के बीच हो रहा है।
ड्राफ्ट एसआईआर मतदाता सूची जारी होने के बाद यह प्रधानमंत्री मोदी का राज्य का पहला दौरा होगा, जबकि बीते पांच महीनों में यह उनका तीसरा दौरा है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, प्रधानमंत्री इस दौरे के दौरान मतुआ समुदाय में ड्राफ्ट मतदाता सूची को लेकर बढ़ी असहजता को संबोधित कर सकते हैं। उनकी रैली राणाघाट के तहेरपुर इलाके में आयोजित होगी, जो नजदीकी बोंगांव क्षेत्र में बसे नामशूद्र हिंदू समुदाय के गढ़ के पास स्थित है।
माना जा रहा है कि इस रैली के जरिए प्रधानमंत्री मोदी आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा के चुनावी अभियान की औपचारिक शुरुआत करेंगे और पार्टी की रणनीति का रोडमैप तय करेंगे। पीएम मोदी ने शुक्रवार शाम सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल के लोग केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हो रहे हैं, लेकिन तृणमूल कांग्रेस के कुशासन से हर क्षेत्र में परेशान हैं।
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प्रधानमंत्री का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है, जब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस एसआईआर प्रक्रिया का लगातार विरोध कर रही है। पार्टी का आरोप है कि जल्दबाजी में कराई जा रही इस प्रक्रिया से बड़ी संख्या में वास्तविक मतदाता, खासकर शरणार्थी हिंदू, मताधिकार से वंचित हो सकते हैं।
ड्राफ्ट मतदाता सूची के अनुसार, गणना चरण के बाद 58,20,899 नाम हटाए गए हैं, जिससे कुल मतदाताओं की संख्या घटकर 7.08 करोड़ रह गई है। करीब 1.36 करोड़ प्रविष्टियों में ‘तार्किक विसंगतियां’ पाई गई हैं, जबकि 30 लाख मतदाताओं को ‘अनमैप्ड’ श्रेणी में रखा गया है।
इस प्रक्रिया ने बांग्लादेश से आए दलित हिंदू मतुआ समुदाय में पहचान और दस्तावेजों को लेकर नई चिंताएं पैदा कर दी हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि यह समुदाय राज्य की 294 विधानसभा सीटों में से करीब 80 सीटों पर प्रभाव डालता है।
दौरे के दौरान प्रधानमंत्री करीब 3,200 करोड़ रुपये की लागत वाली दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इनमें नदिया जिले में एनएच-34 के 66.7 किलोमीटर लंबे बराजागुली–कृष्णानगर खंड का चार लेन विस्तार और उत्तर 24 परगना जिले में 17.6 किलोमीटर लंबे बारासात–बराजागुली खंड का चार लेन विस्तार शामिल है। इन परियोजनाओं से कोलकाता और सिलीगुड़ी के बीच संपर्क मजबूत होने, व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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