पाकिस्तान उपचुनाव में पीएमएल-एन की भारी जीत, 13 में से 12 सीटों पर कब्ज़ा
पाकिस्तान उपचुनाव में पीएमएल-एन ने 13 में से 12 सीटें जीतकर बढ़त मजबूत की। पीटीआई की गैर-मौजूदगी, कम मतदान और पंजाब में पार्टी की स्पष्ट बढ़त प्रमुख संकेत रहे।
पाकिस्तान में रविवार (23 नवंबर 2025) को हुए उपचुनावों में सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज़ (PML-N) ने दबदबा कायम रखते हुए 13 में से 12 सीटों पर जीत दर्ज की। अनौपचारिक नतीजों के अनुसार, यह जीत पंजाब में पार्टी की मजबूत पकड़ को एक बार फिर प्रमाणित करती है।
उपचुनाव छह नेशनल असेंबली (NA) सीटों और पंजाब प्रांतीय असेंबली की सात सीटों पर हुए। नेशनल असेंबली की सभी सीटें पंजाब में थीं, सिवाय एक—एनए-18 हरिपुर—जो खैबर पख्तूनख्वा में स्थित है। जिन एनए सीटों पर मतदान हुआ, उनमें एनए-18 (हरिपुर), एनए-96 और एनए-104 (फ़ैसलाबाद), एनए-129 (लाहौर), एनए-143 (साहीवाल) और एनए-185 (डेरा ग़ाज़ी ख़ान) शामिल थीं।
पंजाब विधानसभा की जिन सात सीटों पर उपचुनाव हुआ, उनमें पीपी-73 (सरगोधा), पीपी-87 (मियांवाली), पीपी-98, पीपी-115, पीपी-116 (फ़ैसलाबाद), पीपी-203 (साहीवाल) और पीपी-269 (मुझफ्फरगढ़) शामिल थीं।
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अनौपचारिक नतीजों के अनुसार, पीपी-269 मुझफ्फरगढ़ में एकमात्र सीट पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) ने जीती। इस सीट पर पीपीपी के मियां आलमदार अब्बास कुरैशी ने 55,868 वोट हासिल किए, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार मोहम्मद इक़बाल खान पिटाफ़ी दूसरे स्थान पर रहे।
उपचुनाव उन सीटों पर कराए गए जो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (PTI) के कई विधायकों के अयोग्य ठहराए जाने के बाद रिक्त हुई थीं। ये अयोग्यता 9 मई की हिंसा से जुड़े मामलों में दोषसिद्धि के बाद लागू हुई थी। मुख्य विपक्षी दल PTI ने चुनाव प्रक्रिया से दूरी बनाई, केवल लाहौर और हरिपुर की दो NA सीटों पर उसने उम्मीदवार उतारे।
रिपोर्ट के अनुसार, मतदान शांतिपूर्ण रहा, लेकिन मतदाता मतदान प्रतिशत अपेक्षाकृत कम था। नतीजों के बाद पीएमएल-एन समर्थकों ने मिठाइयाँ बाँटकर और पटाखे फोड़कर जीत का जश्न मनाया।
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