पुतिन-ट्रम्प शिखर सम्मेलन संभवतः दो सप्ताह में, लेकिन पहले निपटाने होंगे कई मुद्दे: क्रेमलिन
क्रेमलिन ने कहा कि पुतिन-ट्रम्प शिखर सम्मेलन दो सप्ताह में संभव है। शिखर सम्मेलन से पहले कई मुद्दों को सुलझाने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों को बैठक करनी होगी।
क्रेमलिन ने संकेत दिया है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच शिखर सम्मेलन संभावित रूप से दो सप्ताह के भीतर हो सकता है। हालांकि, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने पत्रकारों को बताया कि शिखर सम्मेलन से पहले कई महत्वपूर्ण मुद्दों को सुलझाना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अमेरिकी विदेश सचिव मार्को रूबियो को आपस में संपर्क करना होगा और बैठक आयोजित करनी होगी ताकि शिखर सम्मेलन से पहले के कई मुद्दों पर सहमति बनाई जा सके। पेस्कोव ने यह भी स्पष्ट किया कि ये प्री-शिखर सम्मेलन तैयारियाँ बहुत महत्वपूर्ण हैं और बिना इन्हें हल किए, सम्मेलन का आयोजन नहीं किया जा सकता।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की उच्च स्तरीय बैठकें द्विपक्षीय संबंधों, वैश्विक सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग के लिए निर्णायक होती हैं। पुतिन-ट्रम्प शिखर सम्मेलन से उम्मीद जताई जा रही है कि रूस और अमेरिका के बीच आर्थिक, सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग को और सुदृढ़ किया जा सके।
और पढ़ें: रूस ने 15 यूक्रेनी सैनिकों को आतंकवाद के आरोप में दोषी ठहराया
क्रेमलिन ने यह भी संकेत दिया कि दोनों देशों को कई संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा करनी होगी, जिनमें सुरक्षा, सैन्य मुद्दे, व्यापारिक हित और अंतरराष्ट्रीय तनाव शामिल हैं। यह बैठक न केवल दोनों नेताओं के लिए बल्कि वैश्विक समुदाय के लिए भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
इस प्रक्रिया के दौरान, मीडिया और विशेषज्ञों ने शिखर सम्मेलन की संभावित रूपरेखा और पूर्व तैयारी की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित किया। दोनों देशों के प्रतिनिधियों के बीच सफल समन्वय के बिना सम्मेलन की सफलता सुनिश्चित नहीं हो सकती।
और पढ़ें: ट्रंप ने अफगानिस्तान, भारत, चीन और पाकिस्तान को प्रमुख नशीली दवाओं के उत्पादक व पारगमन देश बताया