राजस्थान में दो साल में हिरासत में 20 मौतें हुईं: सरकारी रिपोर्ट
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान में पिछले दो सालों में हिरासत में 20 मौतें हुईं। इनमें से 12 मौतें स्वास्थ्य समस्याओं से जुड़ी थीं, जिनमें छह हृदयाघात के कारण हुईं।
राजस्थान विधानसभा में प्रस्तुत सरकारी रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि राज्य में पिछले दो वर्षों में हिरासत में 20 मौतें हुई हैं। यह रिपोर्ट कांग्रेस विधायक रफीक खान द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने विधानसभा में प्रस्तुत की।
रिपोर्ट के अनुसार, इन मौतों में से 12 मौतें सीधे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से संबंधित थीं। इनमें छह मौतें हृदयाघात (हार्ट अटैक) के कारण हुईं। बाकी आठ मौतों के कारणों की जांच और पुष्टि की जा रही है। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि हिरासत में मृत्यु के मामलों में कानून और मानवाधिकारों का पालन सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सरकारी सूत्रों ने बताया कि हिरासत में मृत्यु के मामलों की समीक्षा नियमित रूप से की जाती है और अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि स्वास्थ्य संबंधी जाँच और देखभाल को प्राथमिकता दी जाए। इसके तहत हिरासत में लिए गए व्यक्तियों की नियमित मेडिकल जांच, त्वरित इलाज और आवश्यकतानुसार अस्पताल में भर्ती का प्रावधान किया गया है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि हिरासत में मौत की घटनाओं से पुलिस की विश्वसनीयता और सार्वजनिक विश्वास पर असर पड़ता है। इसलिए ऐसी घटनाओं की पारदर्शी जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करना आवश्यक है।
राजस्थान सरकार ने आश्वासन दिया है कि आगे भी हिरासत में स्वास्थ्य और सुरक्षा मानकों के पालन को और मजबूत किया जाएगा, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके और नागरिकों का जीवन सुरक्षित रहे।
यह रिपोर्ट राज्य में हिरासत संबंधी मामलों में जवाबदेही और सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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