आरटीसी भूमि लुलु समूह को मॉल निर्माण के लिए देने का विरोध, कर्मचारियों ने सरकार से पुनर्विचार की मांग की
एपीपीटीडी कर्मचारी संघ ने लुलु समूह को आरटीसी की प्रमुख भूमि मॉल निर्माण के लिए देने के सरकार के प्रस्ताव को वापस लेने की मांग की, जिससे राज्य सरकार की छवि खराब हो सकती है।
आंध्र प्रदेश पब्लिक ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट (एपीपीटीडी-एपीएसआरटीसी) कर्मचारी संघ ने रविवार, 10 अगस्त 2025 को सरकार से अपील की है कि वह एपीएसआरटीसी की भूमि पर शॉपिंग मॉल बनाने के प्रस्ताव को वापस ले।
संघ के नेताओं ने टीडीपी के राज्य अध्यक्ष पल्ला श्रीनिवास राव को पार्टी कार्यालय में एक प्रतिनिधि पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने कहा कि गवर्नरपेट 1 और 2 डिपो और पुराने बस स्टैंड की जमीन, जो शहर के दिल में स्थित है, लुलु समूह को सौंपना गलत होगा।
कर्मचारियों का कहना है कि इस भूमि का उपयोग सार्वजनिक परिवहन सेवा के विकास के लिए होना चाहिए, न कि वाणिज्यिक मॉल के लिए। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि वह इस फैसले पर पुनर्विचार करे ताकि निगम के भविष्य को सुरक्षित रखा जा सके।
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कर्मचारी संघ के अनुसार, यह कदम सरकार की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है क्योंकि यह निर्णय जनता की भावनाओं और शहर के सांस्कृतिक महत्व के खिलाफ है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि आरटीसी की भूमि का संरक्षण और सही उपयोग राज्य के हित में है और इसे वाणिज्यिक उपयोग के लिए आवंटित करना अनुचित होगा।
इस मुद्दे पर राज्य सरकार की प्रतिक्रिया अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन कर्मचारी संघ ने इस निर्णय को वापस लेने के लिए आंदोलन तेज करने की चेतावनी भी दी है।
कर्मचारियों का मानना है कि सार्वजनिक क्षेत्र की संपत्ति का दुरुपयोग नहीं होना चाहिए और सरकार को इसे लेकर संवेदनशीलता दिखानी चाहिए।
यह विवाद राज्य में आरटीसी की जमीन के उपयोग को लेकर एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन सकता है।